बेंगलुरु, 20 मार्च (हि.स.)। कर्नाटक के बेंगलुरु में विश्व जल दिवस (22 मार्च) के एक दिन पहले 21 मार्च को सैंकी टैंक में पहली बार कावेरी आरती का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम कर्नाटक सरकार और बेंगलुरु जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड (बीडब्ल्यूएसएसबी) संयुक्त रूप से आयोजित करेंगे। शाम 06 बजे आयोजित इस कार्यक्रम को समाज के विभिन्न संगठनों का भी सहयोग मिल रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य शहर के प्राथमिक जल स्रोत कावेरी नदी के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करना और जलसंरक्षण को प्रोत्साहित करना है। इसमें 10 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है, जिनमें वाराणसी के पुजारी भी शामिल होंगे।
बीडब्ल्यूएसएसबी के अध्यक्ष रामप्रसाद मनोहर ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि कावेरी नदी सदियों से कर्नाटक की जीवनदायिनी रही है। इसने बेंगलुरु के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और शहर को पानी उपलब्ध कराती रही है। यह नदी न केवल जल उपलब्ध कराती है बल्कि पूरे राज्य में कृषि और आजीविका को भी बनाए रखती है। बढ़ती जल चुनौतियों और असंवहनीय खपत के मद्देनजर इस बहुमूल्य संसाधन का संरक्षण और सम्मान करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
मनोहर ने कहा कि कोडागु जिले के भागमंडलों से पवित्र जल को औपचारिक बर्तनों में लाया जाएगा। इसे अनुष्ठान के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस अनुष्ठान के साथ-साथ लोगों को जल संरक्षण, कुशल उपयोग, उपचारित सीवेज का पुन: उपयोग, भूजल पुनर्भरण और वर्षा जल संरक्षण का संदेश दिया जाएगा। कार्यक्रम लोगों को अपने दैनिक जीवन में जल बचत प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास करेगा। उपचारित सीवेज के उपयोग के लाभों के बारे में लोगों को जागरूक करने से मीठे पानी के संसाधनों पर दबाव कम होगा।