रायगढ़ में छठे दिन का खास आकर्षण
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में चल रहे चक्रधर समारोह के छठे दिन मंगलवार की रात दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय पल लेकर आई। महज 12 साल की कथक नृत्यांगना इशिता कश्यप ने मंच पर अपनी शानदार प्रस्तुति दी और हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कम उम्र में बड़ा हुनर
कोरबा जिले की रहने वाली इशिता, पं. मोरध्वज वैष्णव से कथक की शिक्षा ले रही हैं। उन्होंने 4 वर्ष की आयु से नृत्य साधना शुरू की और अब तक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी पहचान बना चुकी हैं।
अद्भुत प्रस्तुति और 150 चक्कर
कार्यक्रम में इशिता ने शिव वंदना, रायगढ़ घराने के बोलों पर आधारित विशेष बंदिश तराना और 150 चक्करों की प्रस्तुति देकर सभी को हैरान कर दिया। दर्शकों ने जोरदार तालियों से उनका उत्साहवर्धन किया।
सम्मान और उपलब्धियां
इशिता कश्यप को अब तक कई पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें प्रणवम् प्रतिभा सम्मान (2022), कला संस्कृति सम्मान (2023), स्वरिता प्राइड स्टार अवार्ड (2025), राष्ट्रीय विभुति सम्मान (2025) और इंडिया स्टार पैशन अवार्ड (2025) प्रमुख हैं। हाल ही में वे संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की राष्ट्रीय स्कॉलरशिप 2024 (जूनियर वर्ग, कथक नृत्य) के लिए चयनित हुई हैं।
अंतरराष्ट्रीय पहचान
भारत के पुणे, आगरा, जयपुर और कोलकाता जैसे शहरों में अपनी कला का प्रदर्शन करने के बाद, इशिता ने दुबई और मलेशिया में भी कथक की प्रस्तुति दी है। अब तक वे लगभग 40 राष्ट्रीय मंचों पर अपनी नृत्य प्रतिभा दिखा चुकी हैं।