⚖️ Chanda Kochhar guilty—₹64 करोड़ रिश्वत केस में बड़ी पहचान
Chanda Kochhar guilty: ICICI बैंक की पूर्व CEO को ₹64 करोड़ रिश्वत लेने का दोषी पाया गया!
ट्रिब्यूनल ने माना कि ₹300 करोड़ का loan देने के ठीक अगले दिन, रिश्वत भरी गई थी।
🧩 आरोपों की कहानी
- Videocon Group को ₹300 करोड़ loan मंजूर किया गया।
- इसके अगले दिन ₹64 करोड़ NuPower Renewables Pvt Ltd में ट्रांसफर हुआ—जो Kochhar के पति के नाम पर थी।
- यह साफ quid‑pro‑quo माना गया।
🏦 ट्रिब्यूनल का फैसला
- ट्रिब्यूनल ने ED की जांच की पुष्टि की है—
- “Prima facie मूवमेंट गलत है, और Kochar दोषी हैं”
- ₹78 करोड़ संपत्ति provisional attach की गई थी—अब सुरक्षित रखी जाएगी।
🧠 कॉर्पोरेट शासन पर असर
- Kochhar ने bank rules और conflict‑of‑interest ज्ञान को नजरअंदाज किया।
- ट्रिब्यूनल ने कहा: “एक Bank CEO को पति के σχέ को नहीं भूलना चाहिए।”
🔐 अब आगे क्या होगा?
- मामला PMLA कानून के अंतर्गत है—फैसला अभी Trial Court में होगा।
- ED ने ₹78 करोड़ की संपत्ति भी अटैच की है।
- Kochhar की प्रतिष्ठा को बड़ा झटका लगा है।
📌 निष्कर्ष
Chanda Kochhar guilty की खबर सिर्फ एक व्यक्तिगत आपराधिक मामला नहीं—यह भारतीय बैंकिंग प्रणाली की पारदर्शिता और कॉर्पोरेट नैतिकता की परीक्षा है।
क्या इससे भविष्य में governance और accountability मजबूत होंगे?