माता सिद्धिदात्री: सिद्धि और शक्ति की देवी
- नवरात्रि का नौवां दिन माता सिद्धिदात्री को समर्पित है। Siddhidatri Aarti सिद्धियां प्रदान करती है।
- माता सभी सिद्धियों की दात्री हैं। तिल भोग चढ़ाकर उनकी पूजा करें।
- Navratri puja में उनकी आराधना से समृद्धि, आध्यात्मिक शक्ति मिलती है। 30 सितंबर 2025 को पूजा।
Siddhidatri Aarti की विधि
Siddhidatri Aarti गाकर पूजा शुरू करें। सुबह स्नान करें, मंदिर को सजाएं।
- माता को लाल फूल, तिल चढ़ाएं।
- घी का दीपक जलाएं, मंत्र जाप करें।
- Siddhidatri Aarti से माता को प्रसन्न करें।
यह विधि मनोकामनाएं पूरी करती है। Navratri puja में शामिल करें।
तिल भोग: माता का प्रिय प्रसाद
माता सिद्धिदात्री को तिल भोग अति प्रिय है। शुद्ध तिल अर्पित करें।
तिल के लड्डू या तिल मिश्रित मिठाई माता को चढ़ाएं। प्रसाद बांटें।
- शुद्ध तिल माता को चढ़ाएं।
- भोग के बाद परिवार में बांटें।
Navratri puja में तिल भोग से सिद्धि, स्वास्थ्य मिलता है।
माता सिद्धिदात्री का स्वरूप
- माता सिद्धिदात्री कमल पर विराजमान हैं, चार भुजाओं में शंख, चक्र धारण करती हैं।
- वे सिद्धि, मोक्ष की प्रतीक हैं। Siddhidatri Aarti से आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- लाल या बैंगनी रंग प्रिय है। पूजा में लाल वस्त्र पहनें।
नवरात्रि पूजा के लाभ
Siddhidatri Aarti से मानसिक शांति, सिद्धियां मिलती हैं। Navratri puja जीवन को पूर्ण बनाती है।
- आध्यात्मिक उन्नति, बुद्धि बढ़ती है।
- बाधाएं, दुख से मुक्ति मिलती है।
- परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन।
माता की कृपा से जीवन की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
मंत्र जाप और तैयारी
मुख्य मंत्र: सिद्धगंधर्व यक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।
सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।
- 108 बार मंत्र जाप करें।
- पूजा स्थल स्वच्छ करें, दीप जलाएं।
- तिल, फल, मिठाई चढ़ाएं।
सिद्धिदात्री Aarti के साथ मंत्र से सिद्धि प्राप्त करें।
लाल रंग का महत्व
- नवरात्रि के नौवें दिन लाल रंग पहनें। माता सिद्धिदात्री को प्रिय है।
- लाल फूल, जैसे गुलाब, माता को अर्पित करें। तिल भोग चढ़ाएं।
- यह रंग शक्ति, भक्ति का प्रतीक है। सिद्धिदात्री Aarti गाएं।
Siddhidatri Aarti व्रत कथा का सार
- माता सिद्धिदात्री ने सिद्धियों का वरदान दिया। उनकी पूजा से मोक्ष, समृद्धि मिलती है।
- इस कथा से भक्ति सीखें। सिद्धिदात्री Aarti से व्रत फल मिलता है।
- नवरात्रि व्रत रखकर माता को प्रसन्न करें।
Siddhidatri Aarti के बोल
- जय सिद्धिदात्री माँ सिद्धि दायिनी, भक्तों की हर पुकार सुनो माँ रानी।
- कमल सवारी माँ चार भुजाधारी, सिद्धि देती संकट टारी।
- तिल भोग से मन हो प्रसन्न, पूर्ण करो माँ सारे सपन।
- सिद्धिदात्री Aarti गाकर माता का आशीर्वाद लें।
- Navratri puja में तिल भोग से सुख-सिद्धि पाएं।
नवरात्रि 2025 में पूजा
- 22 सितंबर से नवरात्रि शुरू, नौवां दिन 30 सितंबर। Navratri puja के लिए तैयार रहें।
- माता सिद्धिदात्री की पूजा करें। सिद्धिदात्रीAarti से नवरात्रि को विशेष बनाएं।
- तिल भोग चढ़ाकर जीवन में सिद्धि, शांति लाएं।