उषा अर्घ्य पर मुख्यमंत्री का संदेश
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने छठ पूजा 2025 के अंतिम दिन ‘उषा अर्घ्य’ के मौके पर राज्यवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व नई ऊर्जा, आशा और समृद्धि का प्रतीक है।
श्रद्धालुओं ने दिया उगते सूर्य को अर्घ्य
मुख्यमंत्री ने बताया कि मंगलवार को व्रतियों ने सूर्योदय से पहले घाटों पर पहुंचकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके साथ ही चार दिन चलने वाला यह व्रत संपन्न हुआ। उन्होंने श्रद्धालुओं की आस्था और अनुशासन की सराहना की।
संस्कृति और आस्था का अनूठा पर्व
डॉ. सरमा ने कहा कि छठ पूजा भारतीय संस्कृति की आत्मा है। यह पर्व अनुशासन, पवित्रता और पर्यावरण के सम्मान का संदेश देता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे इस मौके पर स्वच्छता और सद्भाव का संदेश फैलाएं।
नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि छठ महापर्व की पावन ऊर्जा असम में सौहार्द और सकारात्मकता का वातावरण बनाए रखेगी। उन्होंने कहा कि छठ पूजा 2025 सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए।
मुख्यमंत्री की शुभकामनाएं
सरमा ने अपने संदेश में कहा कि छठी मइया और सूर्य देवता से प्रार्थना है कि वे सभी श्रद्धालुओं के परिवारों में खुशहाली और नई रोशनी का संचार करें।




