छत्तीसगढ़ में अगले तीन दिनों तक शीतलहर की चेतावनी, तापमान में तेजी से गिरावट
छत्तीसगढ़ में सर्दी ने अचानक जोर पकड़ लिया है। मौसम विभाग ने 13 से 15 नवंबर तक राज्य के उत्तरी और मध्य हिस्सों में शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की है। कई जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं कुछ इलाकों में बर्फ जमने जैसी स्थिति दिखाई दी।
मैनपाट में घास पर जम गई बर्फ
सरगुजा जिले के मैनपाट में ठंड का प्रभाव सबसे ज्यादा देखा गया। यहां न्यूनतम तापमान 4°C तक पहुंच गया, जिसके कारण ओस की बूंदें जमकर बर्फ में बदल गईं। स्थानीय लोग सुबह घास पर सफेद परत देखकर हैरान रह गए।
किन जिलों में प्रभाव सबसे ज्यादा
मौसम विभाग ने जिन प्रमुख जिलों को शीतलहर से प्रभावित बताया है, उनमें शामिल हैं—
- अंबिकापुर
- पेण्ड्रारोड
- राजनांदगांव
- दुर्ग
इसके अलावा जशपुर, कबीरधाम, मुंगेली, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, रायपुर और कोरबा जिलों में भी शीतलहर चलने की संभावना व्यक्त की गई है।
उत्तर से आ रही ठंडी हवा बनी कारण
रायपुर के लालपुर स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र ने बताया कि उत्तर भारत से ठंडी व शुष्क हवाएं लगातार राज्य में प्रवेश कर रही हैं। इससे न्यूनतम तापमान में गिरावट हो रही है।
हालांकि, 17 नवंबर के बाद मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में ठंड से थोड़ी राहत मिल सकती है।
तापमान का हाल
पिछले 24 घंटे में—
- सबसे कम तापमान: अंबिकापुर – 7.7°C
- मैदानी क्षेत्र में सबसे ठंडा: दुर्ग – 9.6°C
- रायपुर में न्यूनतम: 13°C
- सबसे अधिक तापमान: जगदलपुर – 30.02°C
मौसम विभाग की सलाह
सर्दी में अचानक बढ़ोतरी को देखते हुए विभाग ने नागरिकों को सुबह-शाम बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनने और तापमान में गिरावट को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है।




