जयपुर, 17 जनवरी (हि.स.)। शिक्षा विभाग की ओर से पहली से आठवीं तक के बच्चों की तीन विषयों की कमियों का पता लगाने के लिए अब मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान (एमएसआरए) चलाया जाएगा। पूर्व कक्षा दक्षता आधारित यह आकलन हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषयों का होगा। इसकी परीक्षा 21 से 22 जनवरी तक होगी। विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। परीक्षा के आयोजन का जिम्मा पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएं बीकानेर को सौंपा गया है।
यह परीक्षा 33 जिलों के आधार पर होगी। प्रश्न पत्र भी इसी तरह से वितरित होंगे। इस परीक्षा में विद्यार्थी जिस कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं उससे पहले वाली कक्षाओं से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। ताकि, बच्चों की पिछली कक्षा की कमियों का पता चल सके और उन्हें दूर करने के लिए विशेष प्रयास किया जा सके। पंजीयक नरेंद्र कुमार सोनी की ओर से जारी आदेश के अनुसार परीक्षा के बाद संबंधित शिक्षकों को शाला दर्पण शिक्षक एप पर उत्तर पत्रक स्केन करके अपलोड करने होंगे।
स्केन करने की अंतिम तिथि 25 जनवरी रखी गई है। अभियान में तीसरी से आठवीं कक्षा तक के करीब 40 लाख विद्यार्थियों के शामिल होने की संभावना है। तीसरी से आठवीं कक्षा के बच्चों की तीन विषयों की कमजोरी का पता करने के लिए यह परीक्षा होगी। इसमें प्रश्न पत्र हल करने की अवधि एक घंटा रहेगा। प्रत्येक विषय के पेपर में 20 सवाल होंगे।
कक्षा 3 से 5वीं तक के विद्यार्थियों के लिए प्रश्न पत्र और उत्तर पत्रक एक ही पृष्ठ पर होंगे, जबकि छठी से आठवीं तक के प्रश्न पत्र और उत्तर पत्रक अलग-अलग होंगे। प्रश्न पत्र व उत्तर पत्रक पर रफ कार्य करने पर पाबंदी रहेगी।
प्रत्येक सवाल के लिए चार विकल्प होंगे। गणित विषय का पेपर द्विभाषी रूप में होगा। पिछले अभियान का नया नाम पिछली कांग्रेस सरकार के समय यह परीक्षा राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम (आरकेएसएमबीके) नाम से आयोजित की जा रही थी। अब इसका ही नाम बदलकर मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान (एमएसआरए) कर दिया गया है। कई शिक्षक संगठन आरकेएसएमबीके को बंद करने की मांग कर रहे थे। लेकिन, विभाग ने बंद करने की बजाय इसका नाम ही बदल दिया।