सियोल, 17 जनवरी (हि.स.)। दक्षिण कोरिया का भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (सीआईओ) अब राष्ट्रपति यून सुक येओल को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने की तैयारी में है। सीआईओ के शुक्रवार को सियोल पश्चिमी जिला न्यायालय में नया वारंट दाखिल करने की संभावना है। इस बीच पुलिस ने राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा (पीएसएस) के कार्यवाहक प्रमुख को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि उन्होंने येओल को हिरासत में लेने की प्रक्रिया में अवरोध पैदा किया।
दक्षिण कोरिया के समाचार पत्र द कोरिया टाइम्स के अनुसार, एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि महाभियोगाधीन राष्ट्रपति येओल के मार्शल लॉ मामले की जांच कर रही भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने के लिए वारंट दाखिल करने की औपचारिकता पूरी कर ली है। सीआईओ शुक्रवार रात से पहले इसे सियोल पश्चिमी जिला न्यायालय में दाखिल करेगा। सीआईओ ने कहा कि येओल ने हिरासत के दौरान मार्शल लॉ के संबंध में किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। बताया गया है कि येओल ने अपनी हिरासत की वैधता की समीक्षा करने के लिए सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में याचिका दायर की थी। उसे अदालत ने गुरुवार रात खारिज कर दिया।
द कोरिया टाइम्स की एक अन्य खबर के अनुसार, पुलिस ने शुक्रवार को राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा (पीएसएस) के कार्यवाहक प्रमुख किम सेओंग-हून को गिरफ्तार कर लिया है। हून पर आरोप है कि उन्होंने येओल को हिरासत में लेने की सीआईओ की कार्रवाई में अड़चन पैदा की। किम सेओंग-हून ने पिछले हफ्ते पूर्व प्रमुख पार्क चोंग-जून के इस्तीफा देने के बाद पीएसएस के कार्यवाहक प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था। किम ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने सिर्फ अपने कर्तव्यों का पालन किया।