मुंबई, 20 मार्च, (हि.स.)। भारत की तटीय सुरक्षा को मजबूत करने और समुद्री सीमाओं की निगरानी बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की ओर से आयोजित ‘ग्रेट इंडियन कोस्टल साइकलोथॉन’ का वसई में भव्य स्वागत किया गया। गुरुवार सुबह रैली मुंबई के लिए रवाना हो गई। इस साइकलोथॉन की शुरुआत 7 मार्च को गुजरात के कच्छ स्थित लक्षद्वीप किले से हुई और 1 अप्रैल को कन्याकुमारी के विवेकानंद स्मारक पर समापन होगा। इस दौरान 9 राज्यों को पार करते हुए 6,553 किलोमीटर की यात्रा पूरी की जाएगी।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य तटीय सुरक्षा, समुद्री व्यापार, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था, मछुआरों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। बुधवार शाम 6 बजे सीआईएसएफ साइकलोथॉन टीम वसई पहुंची, जहां मीरा भाइंदर-वसई विरार पुलिस आयुक्तालय की टीम ने वसई पूर्व के गोल्डन चैरियट होटल में मेजबानी करते हुए टीम का स्वागत किया। इस अवसर पर पेल्हार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जितेंद्र वानकोटी, मांडवी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय हजारे सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रय शिंदे, ओसीएसएफ कमांडेंट राजेश कुमार आरी, बीसीपीएस जनार्दन बबाडे, शेखर घाटगे, तहसीलदार अनिल कोळी, सीनियर पीआई जितेंद्र वानखेड़े सहित अन्य गणमान्य अधिकारियों ने भी सीआईएसएफ की इस ऐतिहासिक पहल की सराहना की। इस साइकलोथॉन में 14 महिलाएं सहित 100 से अधिक साइकिलिस्ट हिस्सा ले रहे हैं। गुरुवार सुबह रैली मुंबई के लिए रवाना हो गई। इस अभियान का उद्देश्य भारत के समुद्री तटों की सुरक्षा, मछुआरों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। सीआईएसएफ अधिकारियों और साइकिलिस्टों ने इस ऐतिहासिक अभियान को भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया है।