📍 पूर्व मेदिनीपुर, 13 जून (हि.स.) — पश्चिम बंगाल के नचिंदा जीवनकृष्ण हाईस्कूल में डमी शिक्षकों के जरिए कक्षाएं संचालित किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि स्कूल की अंग्रेजी शिक्षिका मौमिता माइति जाना लंबे समय से स्कूल नहीं आ रही हैं, फिर भी उन्हें नियमित वेतन मिल रहा है। इस अनियमितता की जांच के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक (माध्यमिक) ने रिपोर्ट तलब की है।
📚 डमी शिक्षक पढ़ा रहे, असली शिक्षिका घर पर
बताया जा रहा है कि शिक्षिका की अनुपस्थिति में पांच संविदा शिक्षक रखे गए हैं, जिन्हें शिक्षिका के पति द्वारा 40,000 रुपये प्रति माह की डोनेशन के बदले नियुक्त किया गया है। हर शिक्षक को ₹5,000 मानदेय मिलता है। स्कूल प्रबंधन समिति ने भी इस व्यवस्था की पुष्टि की है।
📋 रिपोर्ट तलब, जिला शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप
मामला सामने आने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक पलाश रॉय ने कांथी के अतिरिक्त विद्यालय निरीक्षक से जांच रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्कूल का दौरा कर तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
🧑⚕️ पति का दावा: शिक्षिका मानसिक रोगी
मौमिता के पति व स्वास्थ्य पदाधिकारी रवींद्रनाथ जाना ने दावा किया है कि उनकी पत्नी मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और उनका कांथी में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल से पढ़ाई बाधित न हो, इसलिए उन्होंने डोनेशन देकर अस्थायी शिक्षक नियुक्त करवाए।
⚠️ पूर्व में भी सामने आया था ऐसा मामला
इससे पहले चंडीपुर ब्लॉक के भगवानपुर प्राथमिक विद्यालय में भी डमी शिक्षक रखने का मामला सामने आया था। वहां भी एक जनप्रतिनिधि शिक्षक की जगह पर अपने रिश्तेदार से पढ़ाई करवाते थे।