स्वच्छ जल से बदलती ज़िंदगी: मुख्यमंत्री सरमा ने धेमाजी की जल जीवन मिशन में सफलता को सराहा
गुवाहाटी, 13 नवंबर। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने धेमाजी ज़िले में जल जीवन मिशन के उत्कृष्ट क्रियान्वयन की खुलकर प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता ने ग्रामीण परिवारों के जीवन स्तर में ऐतिहासिक बदलाव लाया है।
मुख्यमंत्री सरमा ने गुरुवार को बताया कि धेमाजी से उभरकर आई यह सफलता कहानी इस बात का प्रमाण है कि जब स्वच्छ जल हर घर तक पहुँचता है, तो यह सिर्फ सुविधा नहीं बल्कि सुरक्षा, स्वास्थ्य और प्रगति का सशक्त संदेश लेकर आता है।
‘जलदूतों’ के प्रयासों को सराह
डॉ. सरमा ने मिशन से जुड़े स्थानीय कार्यकर्ताओं—जिन्हें ‘जलदूत’ कहा जाता है—के समर्पण की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इन युवा और महिलाओं की अथक मेहनत के कारण आज धेमाजी में घर-घर तक स्वच्छ पानी पहुंच रहा है, जिससे महिलाओं का बोझ कम हुआ है, बच्चों का स्वास्थ्य सुधरा है और ग्रामीणों का जीवन बेहतर हुआ है।
जीवन स्तर में आया बड़ा सुधार
धेमाजी जैसे बाढ़ प्रभावित और पिछड़े इलाकों में जल जीवन मिशन का असर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है—
- जलजनित रोगों में कमी
- महिलाओं का समय और श्रम की बचत
- घरों में नियमित जलापूर्ति
- ग्रामीणों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता
- शिक्षा और आजीविका पर सकारात्मक प्रभाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ जल की उपलब्धता ने धेमाजी में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का रास्ता खोला है।
“हर घर जल”—असम के विकास का नया अध्याय
डॉ. सरमा ने कहा कि धेमाजी का मॉडल पूरे राज्य में प्रेरणा का स्रोत है। उनका कहना था—
“स्वच्छ पेयजल सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि बेहतर जीवन का आधार है। जल जीवन मिशन की बदौलत आज असम का प्रत्येक घर सुख, सेहत और समृद्धि की ओर बढ़ रहा है।”




