📍 रांची, 6 जून (हि.स.) — सिरमटोली फ्लाईओवर के लोकार्पण को लेकर झारखंड की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर “गुपचुप उद्घाटन” का आरोप लगाते हुए आदिवासी समाज की उपेक्षा का मुद्दा उठाया है।
🗣️ बाबूलाल मरांडी की मुख्य आपत्तियाँ
🔹 फ्लाईओवर का उद्घाटन बिना सार्वजनिक सूचना के गुरुवार को चुपचाप किया गया।
🔹 कार्यक्रम विश्व पर्यावरण दिवस पर था, लेकिन आदिवासी समाज — जो प्रकृति और पर्यावरण के उपासक हैं — को पूरी तरह नजरअंदाज़ किया गया।
🔹 फ्लाईओवर के निर्माण के कारण पास स्थित पवित्र सरना स्थल पर आस्था और अस्तित्व का संकट पैदा हुआ है।
📌 मरांडी ने उठाए सवाल
▪️ “क्या आदिवासी समाज की भावनाओं का कोई मूल्य नहीं?”
▪️ “क्या विकास का मतलब धार्मिक आस्थाओं को कुचलना है?”
▪️ “क्या आदिवासी समाज को केवल चुनाव के समय ही याद किया जाएगा?”
⚖️ बाबूलाल मरांडी का बयान
“विकास जरूरी है, लेकिन विकास की दौड़ में आदिवासी समाज की अस्मिता, आस्था और परंपराओं का सम्मान भी उतना ही जरूरी है। बिना वैकल्पिक समाधान के यह उद्घाटन आदिवासियों के साथ धोखा है।”
🎯 निष्कर्ष
बाबूलाल मरांडी ने इस मुद्दे को केवल एक उद्घाटन कार्यक्रम न मानते हुए आदिवासी अस्मिता और सम्मान से जुड़ा मामला करार दिया है। यह विवाद आने वाले दिनों में राजनीतिक सरगर्मियों को और तेज कर सकता है।