शिमला, 18 जून
औचक दौरे में चौंकाने वाला खुलासा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुल्लू जिले के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बागा सराहन का अचानक दौरा कर छात्रों से सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे।
लेकिन जब 10वीं कक्षा के कई छात्र देश की राजधानी और राष्ट्रपति के नाम नहीं बता सके, तो मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई।
- एक छात्र ने राष्ट्रपति के रूप में नरेंद्र मोदी का नाम लिया
- एक अन्य ने राजधानी शिमला बताई
👉 मुख्यमंत्री का सवाल:
“क्या यही है क्वालिटी एजुकेशन?”
🌟 प्राइमरी छात्रों ने किया प्रभावित
इसके विपरीत, प्राथमिक कक्षा के छात्रों ने सवालों के सही जवाब देकर मुख्यमंत्री को pleasantly surprise कर दिया।
उन्होंने प्रशंसा करते हुए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया।
🕒 अब हर दिन ‘जनरल नॉलेज पीरियड’ अनिवार्य
मुख्यमंत्री ने स्कूल में अब से हर दिन 30 मिनट का सामान्य ज्ञान सत्र अनिवार्य करने के आदेश दिए।
👥 बच्चों से संवाद: सपनों की झलक
सीएम ने छात्रों से उनके भविष्य के सपनों के बारे में पूछा—अधिकांश ने सेना, डॉक्टर, शिक्षक बनने की इच्छा जताई।
किसी ने भी राजनीति में आने की रुचि नहीं दिखाई।
“शिक्षा में सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, व्यवहारिकता और मूल्य भी ज़रूरी हैं।”
— मुख्यमंत्री सुक्खू
🏫 भवन और बुनियादी ढांचे पर भी जोर
मुख्यमंत्री ने पुराने भवन को हटाकर नया, आधुनिक भवन बनाने का सुझाव दिया।
📝 निष्कर्ष:
यह दौरा हिमाचल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न छोड़ता है—क्या ‘शिक्षा के अधिकार’ के साथ ‘गुणवत्ता का अधिकार’ भी मिल रहा है?