शिमला, 18 जून — मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में दौरे के दौरान एक सरकारी स्कूल का औचक निरीक्षण किया, जिसमें चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। आनी विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बागा सराहन में उन्होंने जब 10वीं कक्षा के छात्रों से देश की राजधानी और राष्ट्रपति के नाम पूछे, तो कई छात्र जवाब नहीं दे सके।
एक छात्र ने राष्ट्रपति के नाम की जगह नरेंद्र मोदी का नाम लिया, जबकि दूसरे ने राजधानी के रूप में शिमला बताया। इस पर मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और प्रधानाचार्य व शिक्षकों को फटकार लगाई। उन्होंने पूछा—क्या यही है “क्वालिटी एजुकेशन”?
इसके विपरीत, प्राइमरी विंग के छात्रों ने सही उत्तर देकर मुख्यमंत्री को प्रभावित किया। उन्होंने छोटे बच्चों की सराहना की और शिक्षकों की प्रशंसा भी की। मुख्यमंत्री ने स्कूल में अब रोजाना आधे घंटे का सामान्य ज्ञान पीरियड अनिवार्य करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्रों से उनके भविष्य के सपनों और लक्ष्यों के बारे में भी पूछा। अधिकांश बच्चों ने सेना, शिक्षक और डॉक्टर बनने की इच्छा जताई, लेकिन कोई भी नेता नहीं बनना चाहता था।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा में व्यवहारिक ज्ञान और मानवीय मूल्यों को भी आवश्यक बताया और पुराने भवन को हटाकर आधुनिक भवन के निर्माण का सुझाव दिया।
यह निरीक्षण राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता पर एक गंभीर प्रश्न उठाता है।