गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक छोटी सी बिटिया पंखुड़ी त्रिपाठी की मुलाकात उसका जीवन बदल गई। पढ़ाई छोड़ने की नौबत पर जब वह मदद की गुहार लेकर पहुंची, तो मुख्यमंत्री ने उसे पढ़ाई जारी रखने का पूरा भरोसा दिया।
🧒 पंखुड़ी त्रिपाठी की गुहार
- कक्षा 7 की छात्रा, इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ती हैं।
- पिता दिव्यांग हैं, मां शॉप में नौकरी करती हैं।
- आर्थिक स्थिति खराब होने से फीस देना संभव नहीं था।
- जनता दर्शन में सीएम से बोली – “महाराज जी, मैं पढ़ना चाहती हूं। फीस माफ करवा दीजिए या व्यवस्था करा दीजिए।”
🤝 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आश्वासन
- बिटिया की बात सुनकर सीएम भावुक हुए और कहा:
- “बिलकुल परेशान मत हो, पढ़ाई रुकेगी नहीं।”
- “फीस माफ करवा देंगे या खुद इंतजाम कराएंगे।”
- मौके पर मौजूद अधिकारियों को सख्त निर्देश:
- फीस के कारण पंखुड़ी की पढ़ाई बाधित नहीं होनी चाहिए।
📸 दिल जीतने वाला पल
- पंखुड़ी ने सीएम से कहा – “आपके साथ एक फोटो खिंचवाना चाहती हूं।”
- मुख्यमंत्री ने मुस्कराते हुए उसकी इच्छा पूरी की।
🏛 जनता दर्शन में और भी समाधान
- सीएम योगी ने कुल 100 लोगों की समस्याएं सुनीं।
- अधिकारियों को दिए निर्देश:
- आवास, स्वास्थ्य, आर्थिक मदद जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ तुरंत दिलाया जाए।
- कोई भी पीड़ित वंचित न रह जाए।
✨ निष्कर्ष
पंखुड़ी त्रिपाठी जैसी बेटियों के लिए मुख्यमंत्री योगी का यह कदम न केवल शिक्षा की ओर एक मजबूत संदेश है, बल्कि सरकार की संवेदनशीलता और तत्परता का प्रमाण भी है। जब सरकार नेतृत्व की जगह संवेदना से काम करती है, तो हर बिटिया का सपना पंख लगाकर उड़ सकता है।