भावनगर, 8 मार्च (हि.स.)। जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का गंभीर मामला सामने आया है। जिसमें आठ सीनियर मेडिकल विद्यार्थियों ने अपने तीन जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग करते हुए अपहरण कर मारपीट की। पीड़ितों ने कॉलेज के डीन से शिकायत की है। वहीं पुलिस भी पीड़ित छात्रों का बयान दर्ज कराने में जुट गई है।
घटना छह जनवरी की देर रात की बताई गई है। आरोपी सीनियर विद्यार्थियों ने मेडिकल के तीन जूनियर छात्रों को अपने साथ कार में अपहरण कर ले गए। इसके बाद उनके साथ मानसिक और शारीरिक प्राताड़ित किया। आरोपियों ने पीड़ित विद्यार्थियों की पिटाई करते हुए उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी। पीड़ित जूनियर डाक्टर्स ने अपने सीनियर डॉ. बलभद्रसिंह गोहिल, डॉ मिलन काकलोतर, डॉ नरेश चौधरी, डॉ मन पटेल, डॉ पियुष चौहाण और दो अज्ञात लोगों के विरुद्ध कॉलेज के डीन से शिकायत की है। गंभीर चोट के कारण तीनों पीड़ित छात्रों को इलाज के लिए सर टी. हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है।
पीड़ित जूनियर डॉक्टर रमण जोशी ने बताया कि आरोपी सीनियर डॉक्टर्स रात 2 बजे के करीब उनके पास आए और खींच कर रूम में ले गए। वहां पहले से उनके दो अन्य साथी भी थे। इसके बाद उन्हें थप्पड़ मारना शुरू किया गया। पीड़ित ने बताया कि इससे उसका चश्मा गिर गया। इसके बाद लगातार उनकी पिटाई गई। इसके बाद दूसरे सीनियर डॉक्टर ने भी उसे गाली दी और मारना शुरू किया। मुझे नीचे बिठाकर मुर्गा बनाया गया, इसके बाद मारने की धमकी दी। एक अन्य पीड़ित जूनियर डॉक्टर इशान कोठक ने बताया कि 6 मार्च की रात 10.30 बजे के आसपास मेरे दोस्त ने मुझे फोन कर बुलाया। वहां पहले से एक सीनियर डॉक्टर मौजूद था। वहां मुझे गाड़ी में जोर-जबर्दस्ती से बिठाया गया। गाड़ी में मुझे 30 मिनट तक पीटा गया। इसके बाद एक सुनसान जगह ले जाया गया, जहां एक व्यक्ति कुछ नशा कर रहा था। यहां मुझसे कुछ गलत हरकत जबर्दस्ती करवाया गया और इसका वीडियो भी बनाया।
मेडिकल कॉलेज के डीन सुशील झा ने बताया कि शनिवार को रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई है। इसमें दोनों पक्ष की बात को सुना जाएगा। इसके बाद सत्यता की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।