📍 सोनीपत, 16 जून (हि.स.) — गन्नौर स्थित ऋषि चैतन्य आश्रम में आयोजित ग्रीष्मकालीन युवा शिविर 2025 सोमवार को अत्यंत उत्साह, ऊर्जा और सकारात्मकता के साथ संपन्न हुआ। परम पूज्या आनंदमूर्ति गुरुमां के सान्निध्य में संपन्न हुए इस पांच दिवसीय शिविर में भारत सहित नेपाल, कनाडा, यूके और म्यांमार से आए 14 से 24 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 500 युवाओं ने भाग लिया।
🌟 हर दिन एक नई शुरुआत
प्रत्येक दिन की शुरुआत आध्यात्मिक आरती, योग और प्राणायाम से हुई, जिससे प्रतिभागियों को मानसिक स्थिरता और ऊर्जावान शुरुआत मिली। दोपहर और सायं समय में सत्संग, ध्यान, और गुरुमां के संवादात्मक सत्रों ने युवाओं को आत्मबोध और जीवन-दृष्टि से समृद्ध किया।
🗣️ ज्ञान, कला और कौशल का संगम
शिविर में आयोजित प्रेरक व्याख्यानों में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने युवाओं से संवाद किया, जिससे उन्हें जीवन की विविध संभावनाओं को समझने और अपनाने की प्रेरणा मिली।
शिविर में निम्नलिखित व्यावहारिक कार्यशालाएं आकर्षण का केंद्र रहीं:
- 💃 भांगड़ा और आत्म-सुरक्षा प्रशिक्षण
- 🍰 बेकिंग और यूट्यूब कंटेंट निर्माण
- ⚙️ ऑटोमेशन एवं DIY (Do It Yourself) कार्यशालाएं
इन गतिविधियों ने प्रतिभागियों को आत्मनिर्भरता, रचनात्मकता और तकनीकी कौशल में सशक्त किया।
📲 परंपरा और तकनीक का समन्वय
यह शिविर प्राचीन भारतीय परंपराओं और आधुनिक तकनीकों के बीच एक सुंदर संतुलन प्रस्तुत करता है। शांत और सहयोगपूर्ण वातावरण में युवाओं ने आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और व्यक्तित्व विकास की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की।
🕊️ एक अविस्मरणीय अनुभव
ऋषि चैतन्य युवा शिविर 2025 ने प्रतिभागियों को न केवल आत्मबोध और अध्यात्म से जोड़ा, बल्कि उन्हें आधुनिक युग की चुनौतियों के लिए तैयार भी किया। यह शिविर एक ऐसे मंच के रूप में उभरा, जहां उत्साही युवा आध्यात्मिकता, व्यावहारिकता और नेतृत्व के सूत्रों से सशक्त होकर लौटे।