बंगाल में चुनावी रणनीति तेज
पश्चिम बंगाल में 2026 विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने अपनी चुनावी सक्रियता बढ़ा दी है। पार्टी आलाकमान ने शीर्ष नेताओं को कोलकाता भेजने का निर्णय लिया है ताकि संगठन को मजबूती दी जा सके और संभावित गठबंधन पर चर्चा हो सके।
बड़े नेताओं का दौरा
कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल 11 सितंबर को कोलकाता पहुंचेंगे। वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार और प्रभारी गुलाम अहमद मीर के साथ अहम बैठक करेंगे। इसके अलावा नासिर हुसैन और कन्हैया कुमार 15 सितंबर को उत्तर कोलकाता स्थित राममोहन हाल में कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे।
संगठन में बदलाव और लक्ष्य
प्रदेश कांग्रेस ने जिलों की संख्या 28 से बढ़ाकर 33 कर दी है ताकि कार्यकर्ताओं को अधिक अवसर और जिम्मेदारी मिल सके। 11 से 15 सितंबर के बीच सभी जिलाध्यक्षों और मोर्चा पदाधिकारियों के साथ बैठकें होंगी। माना जा रहा है कि इस दौरान माकपा-कांग्रेस गठबंधन पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है।
चुनावी रोडमैप और मीडिया रणनीति
प्रदेश कांग्रेस ने चुनाव समिति, राजनीतिक मामलों की समिति और कार्यकारिणी का गठन कर दिया है। साथ ही, मीडिया प्रबंधन टीम ने ‘मीडिया टैलेंट हंट’ कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके जरिए हिंदी, बंगाली, अंग्रेजी और उर्दू में नई प्रवक्ता टीम तैयार की जाएगी।
गठबंधन को लेकर असमंजस
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अभी भी यह तय नहीं कर पाई है कि वह वाम मोर्चे के साथ पुराना सीट-बंटवारा जारी रखेगी या तृणमूल कांग्रेस के साथ नए समीकरण की ओर बढ़ेगी। प्रदेश अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने स्पष्ट किया है कि अंतिम निर्णय एआईसीसी यानी आलाकमान ही करेगा।