कहां की है घटना?
- स्थान: पूवर्ती गांव, सुकमा जिला, छत्तीसगढ़
- गांव विशेषता: देश के सबसे खूंखार नक्सली माड़वी हिड़मा का गांव
🎊 विवाह और विदाई में क्या हुआ?
- पूवर्ती गांव में एक विवाह संपन्न हुआ
- गांव वालों ने CRPF 150वीं बटालियन के जवानों को बुलाया
- नवविवाहिता ने सीआरपीएफ कैंप पहुंचकर:
- जवानों के पैर छुए
- नेग-उपहार लिया
- आशीर्वाद के साथ भाई बनाकर विदा हुई
🕺 जवान और ग्रामीण साथ झूमे
- विदाई की खुशी में:
- जवान और ग्रामीणों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर थिरकते हुए विदाई समारोह मनाया
- कैंप में खुशियों और अपनत्व की तस्वीर देखने को मिली
📸 वन मंत्री केदार कश्यप ने क्या कहा?
- केदार कश्यप (छत्तीसगढ़ के वन मंत्री) ने वीडियो एक्स (Twitter) पर शेयर कर लिखा:
“जहां कभी सन्नाटा था, वहां अब प्रेम, अपनापन और सुरक्षा का उजाला है। यह बदलते बस्तर की तस्वीर है।”
💬 क्यों है यह विदाई खास?
- यह गांव कभी नक्सल आतंक का गढ़ था
- हिड़मा और देवा बारसे जैसे वांछित नक्सली इसी गांव से
- पहले ग्रामीण जवानों को देखकर भाग जाते थे, अब उन्हें भाई मानते हैं
🔄 क्या बदला है बस्तर में?
- सीआरपीएफ कैंप खुलने के बाद:
- गांव में पहुंचा विकास
- लोगों का जवानों पर भरोसा बढ़ा
- सुरक्षा बलों को अब दुश्मन नहीं, रक्षक नहीं, बल्कि परिवार माना जा रहा है
🌱 यह घटना क्यों बनी मील का पत्थर?
- नक्सल क्षेत्रों में बदलते रिश्तों की मिसाल
- भय से विश्वास की यात्रा की तस्वीर
- अब बस्तर का जंगल भी नई शुरुआत की धुन में थिरक रहा है
📣 क्या यह घटना शांति की ओर बढ़ते बस्तर का प्रतीक नहीं? अपनी राय कमेंट में साझा करें।