डीसी ने मंडली में जनसंपर्क शिविर में जनता की शिकायतें सुनीं, समाधान का दिया आश्वासन
कठुआ। उपायुक्त कठुआ राजेश शर्मा ने बिलावर उपमंडल के मंडली में आयोजित जन शिकायत निवारण शिविर की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने मंडली सहित आसपास की पंचायतों के पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों की समस्याएं विस्तार से सुनीं।
शिविर में मंडली, कोहाग, दुरंग और लोअर डूंगारा पंचायतों से आए प्रतिनिधियों ने पेयजल आपूर्ति, सड़क संपर्क, हालिया बारिश से हुए नुकसान, स्कूलों के बुनियादी ढांचे की कमियां, सिंचाई की जरूरतें, बंदरों के आतंक, राशन कार्ड विभाजन और बिलावर उपमंडल अस्पताल भवन के निर्माण से जुड़े मुद्दे उठाए।
जेजेएम और सड़क परियोजनाओं पर अपडेट
जनता से संवाद करते हुए डीसी ने भरोसा दिलाया कि जल जीवन मिशन (JJM) के तहत लंबित कार्यों को ठेकेदार स्तर की निधि संबंधी समस्याएं सुलझते ही शीघ्र पूरा किया जाएगा। सड़क संपर्क के मुद्दे पर उन्होंने बताया कि पीएमजीएसवाई और पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत अधिकांश कार्यों के लिए आवंटन जारी हो चुके हैं और निर्माण कार्य प्रगति पर है, जबकि शेष कार्यों को अगले चरण में शामिल किया जाएगा।
बारिश से नुकसान और राहत
हाल की बारिश से हुए नुकसान को लेकर डीसी ने कहा कि पुनर्निर्माण कार्य पहले से जारी है। साथ ही, स्थायी समाधान के प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेजे जा चुके हैं। उन्होंने राजस्व विभाग के कर्मचारियों को निर्देश दिए कि समय पर सत्यापन सुनिश्चित किया जाए, ताकि केवल वास्तविक राहत मामलों को ही स्वीकृति मिले।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष निर्देश
स्कूलों से संबंधित समस्याओं पर डीसी ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि बुनियादी ढांचे और स्टाफ की स्थिति पर जमीनी रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। वहीं बिलावर उपमंडल अस्पताल भवन को लेकर उन्होंने बताया कि यह परियोजना अंतिम चरण में है और इसे मार्च के अंत तक पूरा कर चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
युवाओं और श्रमिकों से योजनाओं का लाभ लेने की अपील
डीसी राजेश शर्मा ने मिशन युवा और श्रम कार्ड योजनाओं की जानकारी देते हुए युवाओं और श्रमिकों से इनका अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर विशेष सुविधा शिविर आयोजित करने का भी आश्वासन दिया।
शिविर के बाद डीसी ने लुडेरा उज्ज पुल के पास स्थित वरुण देव मंदिर का दौरा किया, वार्षिक भंडारे की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और पवित्र स्थल पर मत्था टेका।



