विद्यालयों की नियमित मॉनिटरिंग पर जोर
खूंटी, 30 अक्टूबर (हि.स.)। समाहरणालय स्थित डीआरडीए कार्यालय में गुरुवार को मध्याह्न भोजन योजना की जिला स्तरीय स्टीयरिंग-सह-मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त (डीडीसी) आलोक कुमार ने की।
पारदर्शिता और गुणवत्ता पर चर्चा
बैठक में योजना के प्रभावी और पारदर्शी क्रियान्वयन को लेकर विस्तृत समीक्षा की गई। डीडीसी ने स्कूली बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति, मध्याह्न भोजन की उपलब्धता, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना की प्रगति, तथा रसोइयों और सहायिकाओं को मानदेय भुगतान जैसी प्रक्रियाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
पौष्टिक भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश
डीडीसी ने कहा कि बच्चों को दिए जाने वाले भोजन में हरी सब्जियां और पौष्टिक आहार शामिल होना चाहिए, ताकि बच्चों के स्वास्थ्य और विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। उन्होंने साफ कहा कि इस योजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मासिक निरीक्षण और रिपोर्टिंग अनिवार्य
डीडीसी आलोक कुमार ने बीईओ, बीपीओ, बीआरपी और सीआरपी को निर्देशित किया कि वे हर माह अपने-अपने क्षेत्रों के विद्यालयों का निरीक्षण कर ऑनलाइन रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शिक्षक और विद्यार्थियों की उपस्थिति, मिड-डे मील की गुणवत्ता, निर्धारित मेनू के अनुसार भोजन वितरण और अन्य सरकारी योजनाओं का सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
शिक्षा और जीवन मूल्यों पर भी जोर
डीडीसी ने यह भी कहा कि विद्यालयों में बच्चों को स्वच्छता, शिष्टाचार और जीवन-मूल्य सिखाए जाएं ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके।




