एसआईआर प्रक्रिया में पारदर्शिता पर जोर
रायपुर में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने सोमवार को कहा कि एसआईआर में पारदर्शिता और ईमानदारी चुनाव आयोग की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोग मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण में निष्पक्षता दिखाए ताकि किसी नागरिक के मताधिकार पर कोई अन्याय न हो।
राजनीतिक दलों से चर्चा जरूरी
दीपक बैज ने कहा कि निर्वाचन आयोग को मतदाता सूची का इलेक्ट्रॉनिक डेटा सभी राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराना चाहिए। किसी भी संशोधन से पहले दलों के बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) से चर्चा की जानी चाहिए। उनके अनुसार, बिना जानकारी के नाम काटना लोकतंत्र के खिलाफ अपराध है।
बीएलओ की जिम्मेदारी तय हो
उन्होंने कहा कि एसआईआर का काम बीएलओ के माध्यम से होगा, इसलिए यह जरूरी है कि बीएलओ हर घर जाए और मतदाता से दस्तावेज की पुष्टि करे। बैज ने सुझाव दिया कि बीएलओ मतदाता से लिखित प्रमाण ले ताकि यह साबित हो सके कि सर्वे घर-घर जाकर किया गया है, न कि केवल कागजों पर।
आयोग की नीयत सही होनी चाहिए
दीपक बैज ने कहा कि किसी भी मतदाता का नाम सूची से हटाने से पहले आयोग को प्रमाण देना चाहिए कि वह अपात्र है। एसआईआर प्रक्रिया का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ना होना चाहिए, न कि नाम काटना।
दलनिरपेक्ष हो कार्यप्रणाली
उन्होंने जोर दिया कि एसआईआर में पारदर्शिता और निष्पक्षता स्पष्ट दिखनी चाहिए। यह आयोग का कार्य है, न कि किसी दल विशेष का एजेंडा। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का दुरुपयोग रोकने के लिए आयोग को आंकड़े सार्वजनिक करने चाहिए।




