जलस्तर में मामूली कमी
नई दिल्ली, 5 सितंबर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर घटकर शुक्रवार सुबह 207.33 मीटर पर आ गया। यह माप पुराना रेलवे पुल (ओल्ड रेलवे ब्रिज/लोहा पुल) पर सुबह सात बजे दर्ज किया गया। एक दिन पहले यह स्तर सीजन के उच्चतम स्तर 207.48 मीटर तक पहुंच गया था।
प्रशासन की निगरानी
अधिकारियों के अनुसार सुबह छह बजे जलस्तर 207.35 मीटर था और शाम तक इसमें और कमी आने की संभावना है। हालांकि नदी अभी भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से काफी ऊपर बह रही है। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी में तैराकी, नाव चलाने या मनोरंजन के लिए बिल्कुल न उतरें।
बाढ़ से बिगड़े हालात
यमुना के उफान ने बीते दिनों राजधानी के निचले इलाकों में तबाही मचाई। यमुना बाजार, रिंग रोड, खादर क्षेत्र और आसपास की बस्तियां पानी में डूब गईं। राजघाट से कश्मीरी गेट मार्ग बंद करना पड़ा और निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार रोकना पड़ा।
पानी छोड़ने से बढ़ा संकट
हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति गंभीर हुई। सोमवार को बैराज से 3.29 लाख क्यूसेक, मंगलवार को दो लाख क्यूसेक और बुधवार को 1.75 लाख क्यूसेक प्रति घंटे पानी छोड़ा गया। इससे यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा और बुधवार को यह खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर चला गया।
सुरक्षा के इंतजाम
हालात को देखते हुए दिल्ली के छह जिलों—उत्तर, उत्तर-पूर्व, शाहदरा, पूर्व, मध्य और दक्षिण-पूर्व में विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने बताया कि लोहा पुल पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है और हालात सामान्य होने तक ट्रेनों और वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी जारी रहेगी।