नई दिल्ली, 7 मई (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता से भोजपुरी को दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही की अधिकृत भाषा घोषित करने की मांग भोजपुरी समाज दिल्ली ने की हैं। भोजपुरी समाज दिल्ली के अध्यक्ष अजीत दुबे इस संबंध में मंगलवार को एक पत्र विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर उन्हें दिया।
अजीत दुबे ने बुधवार को हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत करते हुए इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में पूर्वांचल समाज की आबादी लगभग 28-30 फीसद है, जिसमें भोजपुरी भाषी लोगों की संख्या सर्वाधिक है। वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की सरकार ने मैथिली-भोजपुरी अकादमी की स्थापना कर इन भाषाओं को सम्मान दिया।
उन्होंने कहा कि भोजपुरी भाषा को विधानसभा की कार्यवाही की अधिकृत भाषा के रूप में मान्यता करने से दिल्ली के भोजपुरी भाषी समुदाय को सम्मान देने के साथ-साथ भाषाई समावेशिता को बढ़ावा देगा।
अजीत दुबे ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में हाल ही में हिंदी और अंग्रेजी के अतिरिक्त भोजपुरी, बुंदेलखंडी, अवधी और ब्रज भाषाओं में भी विधानसभा में संबोधन की अनुमति दी गई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए भाजपा सरकारें स्थानीय भाषाओं को प्रोत्साहन देने के लिए निरंतर कदम उठा रही हैं।