🌸 देवीधुरा में आज फूल-फल की ऐतिहासिक बग्वाल
चंपावत ज़िले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में आज शनिवार को सदियों पुरानी फूल-फल बग्वाल खेली जाएगी। यह अनूठी परंपरा खोलीखांड दुबाचौड़ मैदान में आयोजित होगी, जिसमें चार खाम — गहड़वाल, वालिक, लमगड़िया, चम्याल और सात थोक के रणबांकुरे शामिल होंगे।
🎯 तैयारियां पूरी
मेले के लिए बांस से बने फर्रे रंग-बिरंगे फूलों से सजाए गए हैं। शुभमुहूर्त के अनुसार दोपहर में बग्वाल का शुभारंभ होगा।
डीएम मनीष कुमार और एसपी अजय गणपति ने बताया कि मेला क्षेत्र को 12 सेक्टरों में बांटा गया है और पुलिस की टीमें चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं।
🛡 सुरक्षा और चिकित्सा व्यवस्था
पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी CCTV कैमरों से हो रही है।
सीएमओ डॉ. देवेश चौहान ने बताया कि बग्वाल के दौरान चोटिल होने वालों के लिए पीएससी देवीधुरा और मेला स्थल के पास प्राथमिक चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं।
🌿 परंपरा और रोमांच
देवीधुरा बग्वाल को पाषाण युद्ध का आधुनिक, सुरक्षित रूप माना जाता है, जिसमें अब पत्थरों की जगह फूल और फल का प्रयोग होता है।
यह पर्व साहस, उत्साह और भाईचारे का प्रतीक है और हर साल हजारों श्रद्धालु इसे देखने आते हैं।