अजमेर, 13 जनवरी(हि.स)। तीर्थ गुरु पुष्कर में कड़ी ठंड और कोहरे के बीच पौष पूर्णिमा पर सोमवार अल सुबह श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए और दान—पुण्य कर जगत पालनकर्ता भगवान विष्णु से स्वयं के लिए और परिवार सहित विश्व कल्याण की मंगल कामना की।
पंडित फूलचंद पाराशर के अनुसार श्रद्धालुओं ने घने कोहरे व कंपकंपी छुटा देने वाली ठंड के बावजूद अल सुबह पुष्कर सरोवर के घाटों पर पहुंचना शुरू कर दिया और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सरोवर की पूजा अर्चना कर आस्था की डुबकी लगाई और पंडितों पुरोहितों व निर्धन को दान दक्षिणा देकर पुण्य अर्जित किया। सोमवार को जगतपिता ब्रह्मा मंदिर, नए व पुराने रंगजी के मंदिर पर भगवान वेंकटेश के दर्शन के लिए भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। बताया जाता है कि कुंभ स्नान का फल भी तब ही मिलता है जब पुष्कर स्नान कर लिया जाता है। वैसे मल माह और विशेष रूप से पुष्कर पूर्णिमा स्नान करने से भी पापों का अंत और पुण्य की वृद्धि होती है। जो लोग कुंभ और महाकुंभ अपने स्वास्थ्य व अन्य कारणों से नहीं जा पाते वे तीर्थगुरु पुष्कर पहुंचकर ईश्वर के दर्शन करते हैं।
ज्योतिष के अनुसार इस बार पाैष पूर्णिमा पर रवि योग और भद्रावास योग का संयोग बन रहा है। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से घर में खुशहाली आती है। ज्योतिषों के अनुसार ही 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व पुनर्वसु व पुष्य नक्षत्र योग के दुर्लभ संयोग के साथ मनाई जाएगी। सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस बार माघ कृष्ण चतुर्थी में पुनर्वसु व पुष्य नक्षत्र के युग्म संयोग में मकर संक्रांति पर्व मनाया जाएगा। मंदिरों में विशेष पूजा की जाएंगी।
मकर संक्रांति के आयोजन की तैयारी जोरों पर
हर वर्ष के तरह इस बार भी 14 जनवरी मकर संक्रांति पर विभिन्न सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक व शैक्षिणिक संस्थाओं की ओर से किए जाने वाले नव वर्ष स्वागत एवं खेलकूद आयोजनों की तैयारी इस बार भी जोर शोर से चल रही है। अजमेर में जगह —जगह पतंग की दुकानों पर पतंगें सजी हैं और खरीदारों की भीड़ उमड़ने लगी है। विभिन्न संस्थाओं की ओर से सामूहिक खेलकूद व पंतगबाजी के आयोजनों की भी सूचनाएं व्हाट्सएप ग्रुपों पर भेजी जाने लगी है। विभिन्न मंदिरों में पौषबड़ा वितरण उत्सव परवान पर चल रहे हैं।
रामलला अयोध्या मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के प्रथम वर्षगांठ पर महाआरती
पुष्कर सरोवर महाआरती संघ की ओर से प्रत्येक पूर्णिमा पर आयोजित होने वाली महाआरती इस बार रामलला के अयोध्या के मंदिर की प्रथम वर्षगांठ के उपलक्ष्य में होगी।
पुष्कर दिव्य महाआरती आयोजन के पूर्व एक घंटे राम धुन होगी, उसके पश्चात पुष्कर सरोवर का दुग्ध अभिषेक होगा फिर दिव्य महाआरती संपन्न होगी।
संघ के संरक्षक अजय शर्मा पूर्व न्यायाधीश ने बताया कि दिव्य महाआरती का आचार्यत्व पंडित कैलाश नाथ दाधीच व उप आचार्यत्व पंडित रवि शंकर गौड़ करेंगे ।
महा आरती पंडित चंद्रशेखर, यज्ञ नारायण, ईशान गौड़ के द्वारा तीन स्टेज पर की जाएगी महाआरती के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री राजस्थान सरकार अरुण चतुर्वेदी होंगे अध्यक्षता सुनील कुमार शर्मा मुख्य कार्यकारी अधिकारी टाटा पावर रहेंगे अजमेर जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष अशोक कुमार रावत व उनकी कार्यकारिणी का भी स्वागत व अभिनंदन होगा। अंत में लोहड़ी पर्व पर तिल गुड़ गजक आदि का भोग लगाकर महाआरती का प्रसाद वितरण किया जाएगा