📍 सूरजपुर, 13 जून (हि.स.) — धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत सूरजपुर जिले में 17 जून से 30 जून तक विकासखण्ड स्तरीय विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसका उद्देश्य जनजातीय समुदायों को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे उनके गांव में पहुँचाना है।
🔖 प्रमुख प्रशासनिक जिम्मेदारियाँ
जिला स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जबकि विकासखण्ड स्तर पर जनपद पंचायत सीईओ और मंडल संयोजकों को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है।
📌 प्रमुख तिथियां और गांव
- भैयाथन ब्लॉक: 17 से 30 जून के बीच बैजनापुर, पटियाडांड, चंद्रपुर, गंगोटी, बुंदिया आदि गांवों में शिविर होंगे।
- ओडगी ब्लॉक: बेगारीडांड, पेंडारी, केसर, कुप्पा, खड़ौली, माड़र, छतरंग, कालामांजन जैसे गांवों को कवर किया जाएगा।
- प्रतापपुर ब्लॉक: 50+ गांवों में चरणबद्ध तरीके से शिविर लगाए जाएंगे, जिनमें रमकोला, गोरगी, लोलकी, सेमराकलां, गणेशपुर प्रमुख हैं।
- प्रेमनगर ब्लॉक: गौरीपुर, कंचनपुर, चंदनगर, नवापाराखूर्द, हरिहरपुर, तारा, कोतल, वृन्दावन जैसे गांवों में शिविर होंगे।
- रामानुजनगर ब्लॉक: पटना, पम्पानगर, परशुरामपुर, गणेशपुर, तिवरागुडी, जगतपुर आदि गांवों को कवर किया जाएगा।
- सूरजपुर ब्लॉक: देवीपुर, करमपुर, भरतपुर, तुलसी, पंडोनगर समेत करीब 30 गांवों में आयोजन होगा।
🎯 उद्देश्य और लाभ
इस अभियान के तहत स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा, पोषण, एवं आवासीय योजनाओं के लाभ एक ही स्थान पर दिए जाएंगे।
📣 निष्कर्ष
धरती आबा अभियान आदिवासी सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त पहल है, जिसका व्यापक प्रभाव जिले के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुँचने की उम्मीद है।