उत्तरकाशी में DM प्रशान्त आर्य का सख्त रुख
उत्तरकाशी, 30 अक्टूबर (हि.स.)।
जिले में शिकायतों के समाधान में हो रही देरी और अधिकारियों की लापरवाही पर जिलाधिकारी प्रशान्त आर्य ने सख्त चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी नागरिकों या जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाते, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
“जनता से संवाद जरूरी” — डीएम
डीएम ने कहा कि प्रशासन का दायित्व है कि वह जनता की समस्याओं को सुनकर तत्काल राहत उपलब्ध कराए। कई अधिकारियों द्वारा फोन रिसीव न करने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। इससे लोगों को छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती है।
आदेश में स्पष्ट निर्देश
डीएम कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि अधिकारियों का यह रवैया “संवेदनशीलता की कमी” दर्शाता है। इसलिए सभी कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि वे जनता और जनप्रतिनिधियों के कॉल्स अवश्य रिसीव करें और शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें।
कार्रवाई की चेतावनी
डीएम आर्य ने कहा कि भविष्य में यदि किसी अधिकारी के खिलाफ फोन न उठाने या संवाद न करने की शिकायत मिलती है, तो संबंधित अधिकारी पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। ऐसे मामलों में शासन को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी।
जवाबदेही की दिशा में कदम
प्रशान्त आर्य का यह कदम जिला प्रशासन को अधिक जवाबदेह और जनसरोकारों के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है। यह आदेश जनता और प्रशासन के बीच भरोसा मजबूत करने का एक प्रयास है।




