पौड़ी में शिक्षा और संस्कृति को नई दिशा
पौड़ी गढ़वाल, 3 नवंबर (हि.स.)। जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने रविवार को बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत की। उन्होंने आह्वान किया कि विद्यार्थी 24 घंटे में कम से कम 20 मिनट पढ़ने की आदत अपनाएं।
यह अपील अटल आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज पौड़ी में आयोजित पुस्तक वितरण एवं सम्मान कार्यक्रम के दौरान की गई, जो सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत आयोजित हुआ।
साहित्यकारों का सम्मान और प्रेरक संदेश
कार्यक्रम में जनपद के प्रसिद्ध साहित्यकारों — नागेंद्र सिंह कठैत, गणेश खुगशाल (गणी), वीरेन्द्र खंकरियाल और संदीप रावत — को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे आयोजन केवल पुस्तक वितरण तक सीमित नहीं हैं, बल्कि बच्चों में पठन संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास हैं।
उन्होंने कहा — “शिक्षा व्यक्ति को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाती है। पुस्तकें केवल परीक्षा के लिए नहीं, बल्कि जीवन को समझने के लिए पढ़ें।”
डिजिटल युग में विवेकपूर्ण उपयोग का संदेश
जिलाधिकारी ने शिक्षकों से आग्रह किया कि विद्यालयों में ऐसा वातावरण बनाया जाए, जहाँ बच्चे हर दिन कुछ नया पढ़ने की प्रेरणा पाएं। उन्होंने कहा कि तकनीक का प्रयोग विवेकपूर्वक करें ताकि बच्चे डिजिटल व्यसन से बचें और सीखने का माध्यम बनाएं।
50 विद्यालयों को मिला पुस्तक वितरण लाभ
इस कार्यक्रम में जनपद के 50 राजकीय इंटर कॉलेजों को हिंदी साहित्य की पुस्तकें वितरित की गईं। मुख्य शिक्षाधिकारी नागेंद्र बर्तवाल ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान के मंदिर हैं और नियमित पठन से चिंतन, विश्लेषण और अभिव्यक्ति की क्षमता बढ़ती है।
प्रेरणा की नई लहर
कार्यक्रम में साहित्यकारों और अधिकारियों ने जिलाधिकारी की इस पहल को ज्ञान, संस्कृति और संवेदनशीलता के विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया।




