पौड़ी गढ़वाल में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक
पौड़ी गढ़वाल में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं, मिशन मोड योजनाओं की प्रगति, एंबुलेंस सेवाओं, दवा उपलब्धता, संस्थागत प्रसव और जनजागरूकता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।
एंबुलेंस और दवा उपलब्धता पर विशेष ध्यान
डीएम ने कहा कि 108 एंबुलेंस आपात स्थितियों में फर्स्ट रिस्पांडर होती हैं, इसलिए उनका रिस्पॉन्स समय तेज और प्रभावी होना चाहिए। उन्होंने सभी ब्लॉक चिकित्साधिकारियों को एंबुलेंसों का निरीक्षण कर उपकरणों और सुविधाओं की स्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
दवाओं की उपलब्धता पर उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टर अस्पताल में उपलब्ध दवाओं को ही प्राथमिकता दें और जन औषधि केंद्र की दवाओं का अधिक उपयोग करें।
संस्थागत प्रसव और जागरूकता पर जोर
पीसीपीएनडीटी एक्ट की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि जिन ब्लॉकों में डिलीवरी प्वाइंट हैं, वहां संस्थागत प्रसव सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कहा कि टीबी नियंत्रण के लिए मोबाइल एक्स-रे मशीनों को सुभेद्य क्षेत्रों में भेजा जाए और गहन टीबी अभियान का प्रचार-प्रसार बढ़ाया जाए।
चिकित्सकीय स्टाफ और प्रशिक्षण व्यवस्था
डीएम ने कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टरों को आपातकालीन ड्यूटी में न लगाया जाए और लेबर रूम के आधुनिकीकरण पर प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने चिकित्सकीय स्टाफ की कमी को दूर करने और रेडियोलॉजिस्टों की नियमित तैनाती के निर्देश भी दिए।
ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा
बैठक के अंत में डीएम ने कहा कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना प्राथमिक लक्ष्य है। इसके लिए प्रधानों, जनप्रतिनिधियों और आशा कार्यकर्त्रियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जाए। उन्होंने एएनएम और दाइयों की सूची तैयार कर उन्हें प्रशिक्षण देने के निर्देश भी दिए।




