जलपाईगुड़ी, 01 जुलाई। भारत के महान चिकित्सक और राजनेता डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती पर राजगंज ब्लॉक के बेलाकोबा में एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महिला तृणमूल कांग्रेस ने नेतृत्व संभाला और पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर रक्तदान किया।
🔹 आयोजन की झलक:
- स्थान: हरिमंदिर परिसर, बेलाकोबा
- आयोजक: जलपाईगुड़ी जिला महिला तृणमूल कांग्रेस
- प्रमुख उपस्थिति: विधायक खगेश्वर रॉय, नूरजहां बेगम, अरिंदम बनर्जी
📅 क्यों खास है 1 जुलाई?
1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो डॉ. रॉय के जन्मदिवस पर आधारित है।
यह दिन चिकित्सा सेवा को सम्मान देने और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रतीक बन चुका है।
🏆 बिधान चंद्र रॉय कौन थे?
- भारत रत्न (1961) से सम्मानित
- पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री (1948–1962)
- आधुनिक चिकित्सा, योजना एवं शहरी विकास के स्तंभ
- चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान
🔍 क्यों महत्वपूर्ण है यह शिविर?
यह रक्तदान शिविर महज एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक स्वास्थ्य-जागरूकता अभियान है।
समाज में स्वास्थ्य, सेवा और समानता का संदेश देने वाला यह आयोजन, आज के समय में प्रेरणास्पद बनता जा रहा है।
🙋♀️ महिलाएं बनीं अगुआ
जहां एक ओर राजनीति में महिलाओं की भागीदारी अक्सर सवालों में रहती है, वहीं इस शिविर ने दिखाया कि महिला नेतृत्व समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा सकता है।
📌 निष्कर्ष:
डॉ. बिधान चंद्र रॉय को श्रद्धांजलि देने का यह तरीका न केवल सटीक है, बल्कि यह दर्शाता है
कि जब समाज एकजुट होता है, तो बदलाव संभव होता है। अगली बार जब कोई रक्तदान शिविर लगे, तो शायद सवाल पूछने के बजाय, एक कदम आगे बढ़ाया जाए।