नई दिल्ली, 07 मार्च (हि.स.)। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) और मर्सिडीज-बेंज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम में नवाचार, स्थिरता और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि इस एमओयू पर डीपीआईआईटी के निदेशक डॉ. सुमीत कुमार जारंगल और मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक संतोष अय्यर ने दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य तकनीकी उत्कृष्टता प्राप्त करने और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने में स्टार्टअप, इनोवेटर्स और उद्यमियों का समर्थन करना है। मंत्रालय ने कहा कि इस एमओयू के तहत मर्सिडीज-बेंज इंडिया स्टार्टअप्स को बुनियादी ढांचा, मार्गदर्शन, फंडिंग तक पहुंच और बाजार संपर्क प्रदान करके समर्थन देने के लिए डीपीआईआईटी के साथ मिलकर काम करेगी। यह साझेदारी भारत सरकार की स्टार्टअप इंडिया पहल के अनुरूप है, जो उभरते इनोवेटर्स और उद्यमियों की व्यापक पहुंच और अधिक भागीदारी सुनिश्चित करती है।
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक यह सहयोग संरचित कार्यक्रम बनाने पर केंद्रित होगा, जो स्टार्टअप को बुनियादी ढांचा, मार्गदर्शन, वित्तपोषण के अवसर और बाजार संपर्क प्रदान करेगा। यह पहल अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी सुगम बनाएगी और दीर्घकालिक प्रभाव को बढ़ावा देने के लिए ज्ञान के आदान-प्रदान को सुनिश्चित करेगी।इस अवसर पर डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव ने कहा कि मर्सिडीज-बेंज इंडिया के साथ साझेदारी भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है, साथ ही जिम्मेदार और टिकाऊ नवाचारों को बढ़ावा देना है।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक संतोष अय्यर ने इस सहयोग के लिए उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि यह सड़क सुरक्षा, पर्यावरणीय स्थिरता और उन्नत विनिर्माण के कंपनी के फोकस क्षेत्रों के साथ संरेखित है। उन्होंने अपने संबोधन में इस बात पर प्रकाश डाला कि कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी फंडिंग के माध्यम से मर्सिडीज-बेंज इंडिया सार्थक सामाजिक प्रभाव को आगे बढ़ाने के लिए इनक्यूबेटर और संस्थानों के साथ मिलकर काम करेगी।