हमीरपुर, 17 जून (हि.स.) — राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने कहा है कि अब समाज ने संघ के विचार को मान्यता दे दी है। वे हमीरपुर के टिप्पर स्थित ठाकुर राम सिंह स्मृति न्यास परिसर में चल रहे 20 दिवसीय उत्तर क्षेत्र कार्यकर्ता विकास वर्ग-प्रथम में स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे।
डॉ भागवत ने कहा, “100 साल पहले संघ के विचारों को उपेक्षा मिली थी, लेकिन आज वही विचार समाज में स्वीकार किए जा चुके हैं। समाज अब सक्रिय होकर कार्य कर रहा है।”
उन्होंने जोर दिया कि हिंदू समाज को संगठित करने और संस्कृति की रक्षा के लिए आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म, समाज और संस्कृति की रक्षा हमारा कर्तव्य है।
स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने ‘पंच परिवर्तन’ के जरिए समाज में अनुशासन, देशभक्ति और सकारात्मक बदलाव लाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में वर्ग कार्यवाह डॉ प्रताप सिंह ने बताया कि डॉ भागवत चार दिन तक वर्ग में रहेंगे और विभिन्न सामाजिक विषयों पर चर्चा करेंगे। प्रशिक्षण शिविर में हिमाचल, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर व अन्य राज्यों से 212 स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं।
वर्ग का समापन 19 जून को होगा, जिसमें संघ के सह प्रचार प्रमुख प्रदीप जोशी मुख्य वक्ता होंगे और टोंगलेन चैरिटेबल ट्रस्ट, धर्मशाला के निदेशक भिक्षु जामयांग मुख्य अतिथि रहेंगे।