कोलकाता, 15 जनवरी (हि. स.)। फर्जी पासपोर्ट मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने फर्जी पासपोर्ट के संबंध में कोलकाता पुलिस से जानकारी ली है।
एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को ईडी के अधिकारियों ने पुलिस से फर्जी पासपोर्ट से संबंधित दस्तावेज ले लिए और उनकी की जांच शुरू कर दी है। हालांकि ईडी ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है। दस्तावेजों की जांच के बाद मामला दर्ज किया जा सकता है।
दरअसल, फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके फर्जी पासपोर्ट बनाने वाला गिरोह लंबे समय से राज्य में सक्रिय है। जांचकर्ताओं ने कोलकाता और उपनगरीय क्षेत्रों के कई इलाकों में छापेमारी कर संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। अकेले उत्तर 24 परगना जिले से ही कई गिरफ्तारियां की गई हैं।
गत 15 दिसंबर को समरेश विश्वास और दीपक मंडल को फर्जी भारतीय पहचान पत्र और पासपोर्ट बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उनसे पूछताछ करके एक के बाद एक सनसनीखेज जानकारियां हासिल कीं। राज्य के कई जिलों से कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज, एसबीआई और इंडियन बैंक की मुहरें, कई भारतीय पासपोर्ट और ब्रिटिश वीजा की फोटोकॉपी बरामद की गईं। यह सर्वविदित है कि फर्जी पासपोर्ट का कारोबार न केवल इस देश में बल्कि बांग्लादेश में भी व्यापक रूप से फैला हुआ है।
लालबाजार को पहले ही अंदाजा हो गया था कि फर्जी पासपोर्ट धोखाधड़ी का जाल बहुत गहरा है। चूंकि यह घटना बड़े पैमाने पर वित्तीय लेनदेन से संबंधित है, इसलिए प्रवर्तन निदेशालय इस मामले की जांच करने में रुचि रखता है। ईडी के अधिकारी फिलहाल कोलकाता पुलिस से जानकारी हासिल कर पूरे मामले को समझने की कोशिश कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो ईडी आने वाले दिनों में मामला दर्ज कर सकती है।