मिस्र की पहल और वैश्विक स्तर पर दबाव
मिस्र, कतर और तुर्की मिलकर हमास को ‘ट्रंप शांति योजना’ स्वीकार कराने की कोशिश कर रहे हैं।
मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलाटी ने पेरिस में इस योजना पर बातचीत की आवश्यकता जताई।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमास ने ‘ट्रंप शांति योजना’ ठुकराई तो संघर्ष और भयंकर बढ़ सकता है।
योजना की जरूरत और चुनौतियाँ
अब्देलाटी ने कहा कि हमास को हथियार डालने होंगे और सुरक्षा व्यवस्था स्पष्ट होनी चाहिए।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार गाजा में अब तक सैकड़ों हजारों लोग मारे गए हैं।
व्हाइट हाउस ने 20 सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया, जिसमें युद्धविराम और बंधकों की रिहाई शामिल है।
ट्रंप का टाइमलिन और वार्ता की बात
ट्रंप ने हमास को इस योजना पर तीन से चार दिन में निर्णय देने के लिए कहा था।
मिस्र के विदेश मंत्री ने कहा कि योजना में शासन और सुरक्षा समेत कई खामियां अभी बरकरार हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि फिलिस्तीनियों का जबरन विस्थापन किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं होगा।
आशा और आगे की रूपरेखा
हालाँकि मिस्र ने बार-बार कहा है कि ‘ट्रंप शांति योजना’ को व्यवहारिक बनाने के लिए और वार्ताओं की आवश्यकता है।
मिस्र, कतर और तुर्की मिलकर शांति के लिए हमास से वार्ता में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।