कानपुर, 19 मार्च (हि.स.)। शहर के चर्चित एकता गुप्ता हत्याकांड के पुलिसिया खुलासे के करीब पांच महीने बाद भी कमिश्नरेट पुलिस मौत के कारणों को स्पष्ट नहीं कर सकी। ऐसे में अब कमिश्नरेट पुलिस ने स्टेट मेडिको लीगल सेल का सहारा लिया है। एसीपी कोतवाली की ओर से जारी अनुरोध पत्र जल्द ही लखनऊ से स्टेट मेडिको लीगल सेल की टीम मौत के कारणों की जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंच सकती है।
शहर के कारोबारी राहुल गुप्ता ने पिछले वर्ष जून माह में कमिश्नेट पुलिस से गुहार लगाई थी कि जिम ट्रेनर विमल सोनी ने उनकी पत्नी एकता गुप्ता को नशीला पदार्थ खिलाकर अपहरण कर लिया है। करीब चार माह तक कमिश्नरेट पुलिस आरोपित विमल सोनी को तलाशती रही पर उसका कहीं पता नहीं चल सका। अक्टूबर माह में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर डीएम कंपाउंड से एकता का दफनाया हुआ शव बरामद कर लिया। यही नहीं मीडिया ने करीब 12 दिन बाद घटनास्थल के करीब आरोपित विमल की बाइक को डीएम आवास से खोज निकाला जिससे प्रशासन की काफी फजीहत भी हुई थी। पुलिस ने हत्यारोपित को जेल भेजते हुए खुलासा भी कर दिया, लेकिन एकता की मौत के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका।
स्टेट मेडिको लीगल से आ सकते हैं वैज्ञानिक तथ्य
कमिश्नरेट पुलिस ने एकता गुप्ता हत्याकांड के खुलासे के करीब पांच माह बाद भी एकता के मौत के कारणों का पता नहीं लगा सकी। ऐसे में अब कमिश्नरेट पुलिस ने स्टेट मेडिको लीगल सेल का सहारा लिया है और एसीपी कोतवाली की ओर से स्टेट मेडिको लीगल सेल को अभिमत देने के लिए पत्र लिखा गया है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही लखनऊ से स्टेट मेडिको लीगल सेल की एक टीम शहर आएगी और घटनास्थल का दौरा करेगी। इस दौरान टीम सीन रिक्रिएट करते हुए अभियुक्त से भी पूछताछ कर सकती है और परिजनों से भी जानकारी जुटाएगी। इसके अलावा टीम का मुख्य फोकस वैज्ञानिक तथ्यों पर होगा जो अभिमत में कमिश्नरेट पुलिस को सहूलियत देंगे।