SIR अभियान में बड़ी सख्ती
पश्चिम बंगाल में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में एन्यूमरेशन फॉर्म को लेकर बड़ा मामला सामने आया है। चुनाव आयोग ने 8 बीएलए पर FIR दर्ज करवा दी है। इसके अलावा 8 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
फॉर्म वितरण में की गई लापरवाही
आरोप है कि इन लोगों ने आयोग के नियमों का पालन नहीं किया। उन्होंने घर-घर जाकर एन्यूमरेशन फॉर्म देने की जगह सामूहिक वितरण शुरू कर दिया। इससे प्रक्रिया गलत दिशा में चली गई। हालांकि आयोग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी। फिर भी आठ बीएलओ ने वही गलती दोहराई।
कड़े निर्देश जारी
आयोग ने स्पष्ट कहा है कि बीएलओ किसी भी तीसरे व्यक्ति को एन्यूमरेशन फॉर्म नहीं सौंप सकते। चाहे वह परिजन ही क्यों न हों। यह सेवा आचार संहिता का सीधा उल्लंघन माना जाएगा। इसलिए ERO और AERO को लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।
तेज गति से चल रहा अभियान
शनिवार रात तक 5.15 करोड़ से अधिक एन्यूमरेशन फॉर्म राज्य में बांटे जा चुके हैं। इसलिए उम्मीद है कि पूरे वितरण का कार्य नवंबर अंत तक पूरा हो जाएगा। प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 7 करोड़ 66 लाख से ज्यादा है।
किन लोगों को दस्तावेज देने की जरूरत?
यदि मतदाता या माता-पिता का नाम 2002 की सूची में था, तो केवल एन्यूमरेशन फॉर्म जमा करना काफी है। लेकिन यदि नाम 2002 में नहीं था, तो आयोग द्वारा तय 11 दस्तावेजों में से कोई एक देना आवश्यक है।




