नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (हि.स.)।
यूरोपीय संसद की अंतरराष्ट्रीय व्यापार मामलों की समिति (आईएनटीए) के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को संसद भवन में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश से शिष्टाचार भेंट की। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई क्रिस्टिना मेस्त्रे ने की, जो आईएनटीए की भारत के लिए स्थायी प्रतिवेदक हैं।
बैठक में हरिवंश ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) विश्व के दो सबसे बड़े और जीवंत लोकतंत्र हैं। दोनों ही बहुलतावादी समाज और खुली बाजार अर्थव्यवस्थाएं हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौता (FTA) शीघ्र ही पूर्ण होगा, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा मिलेगी।
हरिवंश ने सितंबर 2025 में घोषित नए भारत-ईयू रणनीतिक एजेंडा को सकारात्मक पहल बताया। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी व्यापार, प्रौद्योगिकी, रक्षा, नवाचार, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक शासन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करेगी।
उन्होंने संसदीय आदान-प्रदान में आई तेजी पर संतोष जताया और याद दिलाया कि जून 2025 में पहलगाम हमले के बाद सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ब्रुसेल्स का दौरा कर यूरोपीय सांसदों से सार्थक वार्ता की थी।
हरिवंश ने बताया कि ईयू भारत का प्रमुख व्यापारिक और निवेश भागीदार है तथा पिछले वित्त वर्ष में यूरोपीय संघ भारत का सबसे बड़ा द्विपक्षीय व्यापारिक सहयोगी रहा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में दोनों पक्षों की समान दृष्टि — एक विश्वसनीय और स्थायी साझेदारी की ओर — भारत-ईयू संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी।
बैठक ऐसे समय में हुई जब वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ब्रुसेल्स में यूरोपीय समकक्षों से बातचीत कर रहे हैं, जिससे एफटीए वार्ता को और गति मिलने की उम्मीद है।




