फरीदाबाद, 10 जुलाई (हि.स.) — फरीदाबाद में मानसून की पहली वर्षा के बाद शहर की तस्वीर एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई। नेशनल हाईवे से लेकर कॉलोनियों, सेक्टरों और प्रमुख बाज़ारों तक गहरे जलभराव ने न केवल ट्रैफिक जाम पैदा किया, बल्कि नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
🚗 कहां-कहां हुआ जलभराव?
- वाईएमसीए चौक के पास सर्विस रोड पूरी तरह पानी में डूबी।
- बल्लभगढ़ मेट्रो स्टेशन, सेक्टर-21B, सेक्टर-52, और सेक्टर-22 की मार्केट में जलभराव से जनजीवन प्रभावित।
- जवाहर कॉलोनी की मार्केट भी जलमग्न हुई, जिसके कारण दुकानों को रात आठ बजे ही बंद करना पड़ा।
🛠️ निगम ने क्या किया?
नगर निगम और एनएचएआई की ओर से 22 टैंकरों की मदद से सीकरी से लेकर बदरपुर बॉर्डर तक पानी निकालने की कोशिश की गई।
- निगम द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम में गुरुवार को 60 शिकायतें दर्ज हुईं।
- इनमें सबसे ज्यादा 22 शिकायतें एनआईटी विधानसभा क्षेत्र से आईं।
- निगम आयुक्त धीरेंद्र खड़गटा के आदेश पर सभी इंजीनियर, एसडीओ, जेई पूरी रात फील्ड में तैनात रहे।
- डिस्पोजल पंपों की निगरानी की गई, जिससे दोपहर तक अधिकांश स्थानों से पानी निकाल लिया गया।
🚧 ट्रैफिक पुलिस भी अलर्ट
पिछले वर्ष दो बैंककर्मियों की डूबने से हुई मौत को ध्यान में रखते हुए ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया। यह सावधानीपूर्ण कदम नागरिक सुरक्षा के लिहाज से जरूरी माना गया।
📊 निगमायुक्त का बयान
निगमायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा:
“इस बार हम पूरी तैयारी के साथ थे। कंट्रोल रूम सक्रिय है और जलभराव की शिकायतों को तुरंत हल किया जा रहा है। हमारी टीम मौके पर तैनात है।”
✅ निष्कर्ष:
बारिश के साथ ही सामने आए जलभराव के दृश्य दिखाते हैं कि फरीदाबाद अभी भी मानसून की चुनौतियों से पूरी तरह निपटने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि नगर निगम ने इस बार तेजी से कार्रवाई की, लेकिन स्थायी समाधान अब भी दूर है।