फतेहाबाद, 19 मई (हि.स.)। जिले में 2021 में जलभराव व अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हुई फसलों के मुआवजा वितरण में हुए लाखों रुपये के गबन के मामले को लेकर पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति ने सोमवार को डीसी कार्यालय पर रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला प्रधान ओमप्रकाश हसंगा ने किया। इसके बाद किसान संघर्ष समिति ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर इस गड़बड़झाले की जांच करवाने और पीडि़त किसानों को जल्द मुआवजा दिए जाने की मांग की है। किसान संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई और सही किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो किसान सडक़ों पर उतरने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर जिला प्रधान के साथ वरिष्ठ किसान नेता रविन्द्र हिजरावां, ब्लाक सचिव रामपाल, गोपी माजरा रोड सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे। पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के प्रधान ओमप्रकाश हसंगा ने बताया कि वर्ष 2021 में फतेहाबाद, भूना व भट्टू ब्लाक के गांव चिन्दड़, बड़ोपल, खाराखेड़ी, खजूरी जाटी कुम्हारिया सहित 20 गांवों में जलभराव और सूंडी के कारण किसानों की नरमा की फसला खराब हो गई थी। इस पर सरकार ने गिरदावरी करवाकर वर्ष 2022 में मुआवजा वितरण सूची जारी की। गिरदावरी का काम पटवारी, कानूनगो, तहसीलदार की टीम द्वारा किया गया। इन अधिकारियों ने मिलकर जिन किसानों की फसल खराब हुई थी, उनका नाम सूची से निकाल दिया और उन किसानों के खाते में पैसे नहीं डाले जबकि जिन किसानों की न तो गांव में जमीन है और न ही उनकी कोई फसल खराब हुई है, ऐसे लोगों के खाते में मुआवजे के पैसे डालकर भारी गोलमाल किया गया है। किसान नेताओं ने कहा कि पटवारी व सहायक ने मिलकर अपने रिश्तेदारों, परिवारजनों व चहेतों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए। पटवारी अजीत ने अपनी बेटी और धर्मपत्नी के खाते में पैसे डालकर भारी गोलमाल किया है। पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर इस मामले की गहनता से जांच करवाने, दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और सही पीडि़त किसानों को मुआवजा राशि का जल्द वितरण करने की मांग की है।
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