जोरहाट (असम), 01 जून (हि.स.)। इस वर्ष की पहली बारिश में राज्य में बाढ़ की स्थिति भयावह रूप धारण कर चुकी है। बाढ़ के चलते जोरहाट जिला के टियक स्थित जांजीमुख क्षेत्र के निवासियों को भयावह स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों की बेतहाशा बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र के पानी में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे कई गांव जलमग्न हो गए हैं। इस बीच, क्षेत्र के 20 से अधिक गांव बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं।
इस बीच जांजीमुख की जांजी नदी पर स्थित बोरालिमारा, प्लेटफॉर्म क्षेत्र में लोगों के यातायात के लिए बनाए गए बांस का पुल का पानी की तेज धारा में बह गया, जिसके चलते 8 गांवों का संपर्क टूट गया है।
उल्लेखनीय है कि असम सरकार की कैबिनेट ने उक्त प्लेटफार्म क्षेत्र में एक पक्का पुल निर्माण का निर्णय लिया था, हालांकि आज तक किसी भी प्रकार की प्रगति न होने से लोग नाराज हैं। अचानक आए बाढ़ के कारण लोगों के पशुधन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में सरकार और जिला प्रशासन से शीघ्र ठोस कदम उठाने की मांग स्थानीय लोगों ने की है।