गायत्री विद्यापीठ वार्षिकोत्सव में उमड़ा उत्साह, राष्ट्रभक्ति गीत से हुआ शुभारंभ
हरिद्वार, 17 नवंबर। शांतिकुंज स्थित गायत्री विद्यापीठ में सोमवार को दो दिवसीय वार्षिकोत्सव का रंगारंग शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत ओजस्वी राष्ट्रभक्ति गीत से की गई, जिसने पूरे वातावरण को ऊर्जा और उत्साह से भर दिया।
समारोह का उद्घाटन देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या और विद्यापीठ की व्यवस्था प्रमुख श्रीमती शैफाली पंड्या ने दीप प्रज्वलन कर किया। राष्ट्रभक्ति गीत के बाद नौनिहालों ने आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत कर दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरीं।
शिक्षा के साथ खेलभावना पर जोर
डॉ. पंड्या ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल मनुष्य में अनुशासन, आत्मविश्वास और एकता की भावना विकसित करता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मकसद केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास है, जिसमें खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
श्रीमती शैफाली पंड्या ने विद्यापीठ द्वारा बच्चों को संस्कारित और चरित्रवान बनाने के प्रयासों की प्रशंसा की।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन
पहले दिन बच्चों ने समूह नृत्य के माध्यम से “लघु भारत” की झलक पेश की, जिसमें भारत की विभिन्न संस्कृतियों का सुंदर समागम देखने को मिला। दर्शकों ने बच्चों की प्रस्तुतियों की खूब सराहना की।
एथलेटिक व योग प्रतियोगिताएँ भी आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम में दौड़, नींबू दौड़, योग प्रदर्शन और अन्य खेल गतिविधियों का आयोजन किया गया। बच्चों ने पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
विजेताओं को मिला सम्मान
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों—निकुंज, कंचन, युगनीत, पार्थ, वेदांत, मानवी, प्राची, आर्यन लक्ष्य, अवनी, विहान, कार्तिक, अदिति, शौर्य, खुशी, यथर्व, कविन्द्र आदि—को प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया।




