फतेहाबाद, 22 सितंबर (हि.स.) – जीएसटी 2.0 सुधारों को लेकर सोमवार को फतेहाबाद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्रशासन और जीएसटी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने व्यावसायिक समुदाय, उद्योग संगठनों और कर सलाहकारों को नई पीढ़ी के जीएसटी सुधारों की विस्तृत जानकारी दी।
जीएसटी 2.0 का उद्देश्य
एसडीएम राजेश कुमार ने बताया कि जीएसटी 2.0 केवल कर दरों में बदलाव नहीं है, बल्कि यह भारत की अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को विश्वस्तरीय बनाने का प्रयास है। इसका लक्ष्य उपभोक्ताओं को राहत, उद्योग को प्रोत्साहन और राज्यों व केंद्र के बीच राजस्व संतुलन सुनिश्चित करना है। उन्होंने इसे 2047 तक एकल जीएसटी दर लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
नई कर संरचना
आबकारी एवं कराधान अधिकारी लव कुमार ने बताया कि अब केवल दो मुख्य दरें 5% और 18% लागू होंगी।
- आवश्यक वस्तुएं, दवाएं और दैनिक उपयोग की वस्तुएं 5% पर रहेंगी।
- अधिकांश वस्तुएं 18% श्रेणी में आएंगी।
इस बदलाव से 12% और 28% जैसी मध्यवर्ती दरें समाप्त हो जाएंगी, जिससे कर विवाद और वर्गीकरण संबंधी समस्याएं काफी हद तक खत्म होंगी।
उद्योग जगत की प्रतिक्रिया
जिला संयोजक जीएसटी रिफॉर्म्स अधिवक्ता भारत भूषण गर्ग, सुरेंद्र मित्तल और अन्य व्यापारिक प्रतिनिधियों ने कहा कि इन सुधारों से:
- अनुपालन सरल होगा,
- एमएसएमई को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी,
- उपभोक्ताओं को वास्तविक राहत मिलेगी।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इन सुधारों से बाजार में स्थिरता और पारदर्शिता आएगी।
कार्यक्रम में भागीदारी
इस अवसर पर बड़ी संख्या में व्यापारी, उद्यमी, निर्यातक और चार्टर्ड अकाउंटेंट उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों और उद्योग प्रतिनिधियों के बीच संवाद और प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया।