जीएसटी रिफॉर्म : जनता और कारोबार के लिए बड़ा कदम
नवरात्र के पहले दिन से पूरे देश को जीएसटी रिफॉर्म का तोहफ़ा मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री सीतारमन के नेतृत्व में यह अगली पीढ़ी का सुधार बताया जा रहा है।
सरल दर संरचना
अब जीएसटी में 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दो सरल दरें लागू की गई हैं। विलासिता और लग्जरी सामान पर 40 प्रतिशत टैक्स रहेगा। इस सुधार से घरेलू खर्च घटेंगे और कारोबार को रफ़्तार मिलेगी।
किसानों और आम जनता को लाभ
दूध, पनीर, साबुन, शैंपू और बच्चों के सामान पर जीएसटी राहत से घर का बजट हल्का होगा। ट्रैक्टर टायर, कीटनाशक और सिंचाई उपकरणों पर सिर्फ 5 प्रतिशत टैक्स से किसानों को लाभ होगा। स्वास्थ्य सेवाएँ भी अब और सस्ती होंगी।
आर्थिक वृद्धि और पारदर्शिता
2017 में “एक देश, एक कर, एक बाजार” की सोच के साथ जीएसटी लागू हुआ था। अब सुधारों के बाद कर संग्रह 2014 के 5.44 लाख करोड़ से बढ़कर 2024 में 22.08 लाख करोड़ तक पहुँच गया। इससे रोजगार बढ़े, शिक्षा और स्वास्थ्य को मज़बूती मिली और चेकपोस्ट रिश्वतखोरी खत्म हुई।
नया भारत और भविष्य की दिशा
मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जीएसटी रिफॉर्म आर्थिक इतिहास का मील का पत्थर है। 2025 तक 90 प्रतिशत वस्तुएँ 28 से घटकर 18 प्रतिशत टैक्स स्लैब में आ चुकी हैं। वहीं, 33 जीवन रक्षक दवाइयों को पूरी तरह जीएसटी से मुक्त कर दिया गया है।