-मिशन इन्द्रधनुष के तहत अबतक राज्य के 9,95,395 बच्चों और 2,25,960 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण
-खिलखिलाट अभियान के तहत वर्ष 2025 में 16-22 जनवरी के दौरान 25,736 बच्चों को महत्वपूर्ण टीके दिए गए
गांधीनगर, 15 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “हर जच्चा-बच्चा रहे स्वस्थ ” के संकल्प को साकार करने के तहत गुजरात ने एसडीजी-3 इंडेक्स के अनुसार मिशन इंद्रधनुष के तहत सार्वत्रिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) में 95.95 फीसदी टीकाकरण कर राष्ट्रीय औसत (93.23 फीसदी) से बेहतर प्रदर्शन किया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रभावी पहल की है। इस साल के राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर गुजरात का स्वास्थ्य विभाग 15-16 मार्च को खसरा/रूबेला (एमआर) के लिए विशेष टीकाकरण अभियान का संचालन भी करने जा रहा है।
औसत कवरेज 98 फीसदी
गुजरात सरकार के सूचना विभाग के अनुसार वर्ष 2024-25 (अप्रैल-फरवरी) के दौरान गुजरात में 1 साल के बच्चों का संपूर्ण औसत टीकाकरण कवरेज 98 फीसदी रहा। इसमें से कुछ टीकों के आँकड़ों के बारे में बात करें तो बैसलिस कैलमेट गुरिन (बीसीजी) का टीकाकरण कवरेज 96 फीसदी, पंचगुणी (डीपीटी+एचईपी-बी+एचआईब) का 95 फीसदी, और खसरा/रूबेला (एमआर) का टीकाकरण कवरेज 97 फीसदी रहा। उल्लेखनीय है कि गुजरात में टीकाकरण कवरेज की इस उपलब्धि के पीछे की राज्य सरकार की अनूठी व विशेष पहलों, जैसे “धन्वंतरि रथ”, “टीका एक्सप्रेस” और “मोबाइल ममता दिवस” (दूरस्थ क्षेत्रों में टीकाकरण सेवाएं) का बड़ा योगदान है।
सघन मिशन इंद्रधनुष
केन्द्र सरकार के सघन मिशन इंद्रधनुष के तहत गुजरात सरकार ने 0-2 वर्ष के सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं के सघन टीकाकरण अभियान को बहुत ही प्रभावशीलता के साथ लागू किया है। राज्य सरकार के जारी आंकड़ों के अनुसार इससे मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण कवरेज में 20 फीसदी से अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। इस अभियान के अभी तक के सभी चरणों के तहत राज्य के 9,95,395 बच्चों और 2,25,960 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण हुआ है। यह मिशन उन बच्चों तक पहुंचने का एक प्रयास है, जो किसी कारणवश नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए हैं।
गुजरात का खिलखिलाट अभियान
गुजरात सरकार की खिलखिलाट व्हीकल ने भी राज्य के लाखों बच्चों के जीवन में मुस्कान बिखेरी है। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष 16-22 जनवरी 2025 के बीच राज्य सरकार ने विशेष “खिलखिलाट टीकाकरण अभियान” चलाकर 25,736 बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटा, आईपीवी, रोटा, पीसीवी, एमआर और डीपीटी के टीके दिए। इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने कई विशेष टीकाकरण अभियान चलाकर वडोदरा, सूरत, अहमदाबाद नगर निगम और मोरबी को टीकाकरण के लिए विशेष रूप से लक्षित किया, जिससे इसके कवरेज में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
बच्चों का स्कूल-बालवाटिका में टीकाकरण
टिटनेस-डिप्थेरिया जैसे बीमारियों के व्यापक टीकाकरण के लिए गुजरात सरकार ने पिछले 3 सालों में इंटर डिपार्टमेन्ट कोर्डिनेशन प्रक्रिया को अपनाया है। इसके तहत शिक्षा विभाग के साथ समन्वय कर गुजरात सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने 10 साल और 16 साल के छात्रों का टीकाकरण स्कूल में ही किया गया और 2024 में पाँच साल के बच्चों को डीपीटी वैक्सीन का दूसरा डोज बाल वाटिका में दिया गया। दोनों श्रेणियों को मिलाकर लगभग 18 लाख से अधिक बच्चों को टीकाकरण दिया गया।
पोलियो के खिलाफ गुजरात की निर्णायक जीत
उल्लेखनीय है कि गुजरात ने 2007 से 2024 तक एक भी पोलियो मामला दर्ज नहीं किया, जो राज्य के प्रभावी टीकाकरण प्रयासों की बड़ी सफलता है। वर्ष 2024 के नेशनल इम्यूनाइजेशन डे (एनआईडी) के दिन राज्य 33 जिलों में 82.49 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई। वहीं, सब नेशनल इम्यूनाइजेशन डे (एसएनआईडी) के तहत गुजरात सरकार ने 24 जिलों में 0-5 वर्ष के 42.97 लाख बच्चों तक टीकाकरण की पहुँच बनाई है।