गुरुग्राम जिले के सहरावन गांव के पास बनने वाले प्रस्तावित Gurugram Toll Plaza को लेकर विवाद गहराता जा रहा है।
इस मामले में शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की।
बैठक में कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें जीएमडीए, एचएसआईआईडीसी, जिला प्रशासन और एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
🏗️ Gurugram Toll Plaza निर्माण पर रोक जैसी स्थिति
सूत्रों के अनुसार, सहरावन गांव के पास बनने वाला यह टोल प्लाजा पिछले कई महीनों से चर्चा में है।
स्थानीय लोगों ने इसकी लोकेशन और ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
उनका कहना है कि यह टोल ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बनेगा।
🏢 राव इंद्रजीत ने अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
बैठक के दौरान केंद्रीय योजना, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस परियोजना पर जल्द स्पष्टता होनी चाहिए। उन्होंने संबंधित विभागों से विस्तृत रिपोर्ट और वैकल्पिक सुझाव मांगे हैं।
“जनता की सुविधा सबसे पहले है। यदि टोल लोकेशन लोगों के हित में नहीं है, तो इसे बदला जा सकता है।” — राव इंद्रजीत सिंह
🚗 क्या हैं Gurugram Toll Plaza मुख्य विवाद के बिंदु?
बैठक में निम्नलिखित मुद्दे प्रमुख रूप से उठाए गए:
- टोल प्लाजा की लोकेशन ट्रैफिक जाम का कारण बन सकती है।
- ग्रामीण मार्गों से गुजरने वाले वाहन चालकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा।
- वैकल्पिक स्थान सुझाने की आवश्यकता बताई गई।
- प्रशासन ने स्थानीय लोगों की राय लेने का प्रस्ताव रखा।
🗓️ आगे की कार्यवाही
बैठक के अंत में निर्णय लिया गया कि एनएचएआई और जिला प्रशासन संयुक्त निरीक्षण करेंगे। इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर केंद्रीय मंत्री को सौंपी जाएगी।
संभावना है कि अगले सप्ताह फिर से एक फॉलो-अप मीटिंग बुलाई जाएगी, जिसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
⚙️ जनता की राय अहम
स्थानीय निवासियों ने उम्मीद जताई है कि सरकार उनके हित में फैसला लेगी। उनका कहना है कि वे विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन बिना योजना वाले टोल निर्माण से उन्हें परेशानी होगी।




