हल्दिया के सुताहाटा में बैटरी ऑटो पर रोक, दो ड्राइवरों ने मांगी इच्छामृत्यु
पूर्व मेदिनीपुर, 3 दिसंबर। पश्चिम बंगाल के हल्दिया के सुताहाटा क्षेत्र में बैटरीचालित कारें चलाने की अनुमति न मिलने से नाराज़ दो ऑटो चालकों ने इच्छामृत्यु की मांग कर दी है। दोनों का आरोप है कि ऑटो यूनियन उन्हें सड़क पर उतरने नहीं दे रही, जिससे उनकी रोज़ी-रोटी पूरी तरह बंद हो गई है।
ड्राइवरों का आरोप— “मारपीट हुई, ऋण चुकाना असंभव”
ड्राइवर तापस घोष और रज्जाक अली ने बताया कि वे वर्षों से इसी रूट पर ऑटो चलाते आए हैं। पेट्रोल-डीजल की लागत बढ़ने पर उन्होंने बैंक लोन लेकर बैटरीचालित वाहन खरीदे।
तापस घोष ने कहा—
“यूनियन के लोग बैटरी कार नहीं चलने दे रहे। सड़क पर उतरा तो मुझे पीटा गया। कमाई नहीं हो रही, लोन कैसे चुकाऊं? परिवार कैसे चलेगा? अब मरने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।”
रज्जाक अली का कहना है कि यूनियन ने साफ कह दिया है कि इस रूट पर बैटरी वाहनों की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस से शिकायत करने पर भी कोई समाधान नहीं निकला।
यूनियन ने सभी आरोप किए खारिज
सुताहाटा–दुर्गाचक ऑटो यूनियन के सचिव शेख आबेद अली ने मारपीट और दबाव के आरोपों को गलत बताया। उनका कहना है—
“यह बैटरी कार है, न ऑटो है न टोटो। हमारे रूट पर सीएनजी टोटो चलते हैं। अगर बैटरी कारें चलने लगीं, तो बाकी 18 ड्राइवर बेरोजगार हो जाएंगे। यात्रियों को बैटरी वाहन अधिक पसंद आएंगे। इन्हें किसी अन्य रूट पर चलना चाहिए।”
विवाद को मिला राजनीतिक रंग
बीजेपी नेता आनंदमय अधिकारी ने आरोप लगाया कि स्थानीय स्तर पर तृणमूल समर्थित यूनियन “दादागिरी” कर रही है।
तृणमूल नेता श्यामल माइती ने कहा कि वे मामले की जांच कराएंगे।
पुलिस जांच में जुटी
स्थानीय पुलिस ने बताया कि शिकायत मिली है और जांच जारी है। क्षेत्र में तनाव बना हुआ है।




