एबीआरएसएम अभियान की शुरुआत
नई दिल्ली में एबीआरएसएम ने पूरे देश में पांच लाख से अधिक स्कूलों में हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान अभियान का आयोजन किया। इसमें छात्रों और शिक्षकों ने पांच सूत्री संकल्प पढ़कर शिक्षा और राष्ट्रनिर्माण में अपनी प्रतिबद्धता जताई।
अभियान का उद्देश्य
यह अभियान एबीआरएसएम की व्यापक दृष्टि “हमारा विद्यालय – हमारा तीर्थ” का हिस्सा है। इसका उद्देश्य स्कूलों में गर्व, अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना जगाना है। स्कूल शिक्षा को केवल ज्ञान का केंद्र नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण और समाज सेवा का माध्यम माना गया है।
पांच सूत्री संकल्प
इस संकल्प में स्कूलों को स्वच्छ और अनुशासित बनाए रखना, संसाधनों को राष्ट्रीय संपदा मानना, समानता और समावेशी शिक्षा सुनिश्चित करना, शिक्षा को चरित्र निर्माण का साधन मानना और स्कूल को सेवा, मूल्य और उत्कृष्टता का तीर्थ मानना शामिल है।
व्यापक सहभागिता
अभियान में नेताओं, शिक्षकों और छात्रों ने बहुभाषी संकल्प लिया। निजी स्कूलों में भी इस पहल को व्यापक समर्थन मिला। इससे अभियान की समावेशी प्रकृति और भारत की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित किया गया।
भविष्य की दिशा
गीता भट्ट ने बताया कि हर स्कूल को सीखने और सेवा का पवित्र स्थल मानकर अनुशासन, समानता और समग्र विकास के मूल्यों को मजबूत करना उद्देश्य है। इस पहल से 2047 तक विकसित भारत के विजन में योगदान संभव होगा।
निष्कर्ष
हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान अभियान स्कूलों में नैतिक मूल्यों, शिक्षा और राष्ट्रनिर्माण के प्रति छात्रों की भागीदारी बढ़ाने की ऐतिहासिक पहल है। यह शिक्षा को केवल ज्ञान नहीं बल्कि चरित्र और गौरव का आधार बनाता है।