चरणजीत पाहवा मामला: धार्मिक उन्माद के आरोप
हरिद्वार में जन अधिकार पार्टी (जनशक्ति) ने चरणजीत पाहवा पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। पार्टी ने मुख्यमंत्री से उनके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
भड़काऊ बयान का असर
राष्ट्रीय महासचिव हेमा भण्डारी ने कहा कि पाहवा द्वारा मस्जिद को लेकर दिया गया बयान शहर की शांति और सामाजिक सौहार्द के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने बताया कि चरणजीत पाहवा पर पहले भी धार्मिक उन्माद फैलाने के मामले में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं और उन्हें सजा भी मिल चुकी है।
पार्टी नेताओं की प्रतिक्रिया
जिला अध्यक्ष अलीम अंसारी ने कहा कि ऐसे लोग समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि पाहवा के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज किया जाए और उनके संगठन की गहन जांच की जाए। प्रदेश उपाध्यक्ष ममता सिंह ने चेतावनी दी कि बिना कठोर कार्रवाई के शहर में अमन और भाईचारा कायम नहीं रह सकता।
चेतावनी और आंदोलन की तैयारी
जन अधिकार पार्टी ने स्पष्ट किया कि यदि समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए गए तो वे शहर की शांति बनाए रखने के लिए आंदोलन करेंगी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, जिला अध्यक्षों और युवा अध्यक्षों सहित कई कार्यकर्ता ज्ञापन देने के मौके पर मौजूद थे।
निष्कर्ष
यह चरणजीत पाहवा मामला हरिद्वार में सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था की संवेदनशीलता को उजागर करता है। स्थानीय प्रशासन की अगली कार्रवाई पूरे शहर की शांति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होगी।