हरिद्वार, 13 फरवरी (हि.स.)। उत्तरी हरिद्वार स्थित रानीगली के विवादित भूखंड पर तहसीलदार ने जांच बैठा दी है। तहसीलदार प्रियंका रानी के निर्देश पर पटवारी व कानूनगो ने मौके पर पहुंचकर भूखंड की पैमाइश की व स्थल को लेकर लोगों से जानकारी ली।
पिछले दिनों इस भूखंड पर कुछ लोगों ने चाहरदीवारी बनानी शुरू कर दी थी, जिसे पुलिस ने रुकवा दिया था। उसके बाद पुनः भूमि पर निर्माण कार्य करवाने का प्रयास किया गया। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सार्वजनिक भूखंड को सत्ता के दबाव में खुर्द-बुर्द किया जा रहा है। जिसके बाद पटवारी रविकांत ने मौके पर पहुंचकर स्थल की पैमाइश की। उन्होंने बताया लोगों से जानकारी ली गई है और दावा कर रहे लोगों से संबंधित दस्तावेज मंगाए गए हैं।
उधर पूर्व पार्षद अनिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि चाहरदीवारी किया गया स्थल एक सार्वजनिक मार्ग है जिस पर उन्होंने कई बार निगम फंड से मार्ग निर्माण कराया है, लेकिन अब कुछ लोग सत्ता के दबाव में फर्जी कागजात के आधार पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इस भूखंड पर पिछले दिनों सीवर लाइन आदि उखाड़कर कब्जा किया गया था। आरोप है कि एक पार्षद प्रतिनिधि कुछ भूमाफिया के साथ मिलकर सार्वजनिक स्थल को खुर्द-बुर्द करने की फिराक में है। मामले में क्षेत्र के लोगों ने पुलिस को भी प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी। शिकायत यह भी है कि उक्त मार्ग का प्रायः संत उपयोग करते हैं। संत आजकल प्रयागराज गये हुए हैं, इसलिए इस समय को उपयुक्त मानते हुए भूमाफिया के सहयोग से भूखंड को खुर्द-बुर्द करने की कोशिश की जा रही है।