🏆 हरिपुरधार की शीतल ने रचा इतिहास
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के हरिपुरधार क्षेत्र की शीतल ने हिमाचल प्रशासनिक सेवा (HAS) परीक्षा पास कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उनका चयन जिला नियंत्रक के पद पर हुआ है। यह सफलता उन युवाओं के लिए मिसाल है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं।
👨👩👧 साधारण परिवार, असाधारण सफलता
शीतल कांदो-बाड़ोल पंचायत से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता ओम प्रकाश शर्मा एक जेबीटी शिक्षक हैं और माता कमलेश देवी गृहिणी हैं। परिवार के सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने कभी अपने सपनों को सीमित नहीं किया।
📚 सरकारी स्कूल से प्रशासनिक सेवा तक
शीतल की प्रारंभिक शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोरग से हुई। इसके बाद उन्होंने नाहन से 10वीं और 12वीं पास की।
उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने राजकीय महाविद्यालय नाहन से कला में स्नातक किया और बाद में समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री प्राप्त की।
📖 बिना कोचिंग, सिर्फ आत्मविश्वास
HASC परीक्षा में शीतल की सफलता की सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने किसी भी कोचिंग संस्थान का सहारा नहीं लिया। उन्होंने घर पर रहकर सेल्फ-स्टडी, सही रणनीति और अनुशासन के बल पर परीक्षा पास की।
🎯 चौथा प्रयास बना निर्णायक
शीतल ने बताया कि यह उनका चौथा प्रयास था। उन्होंने इसका श्रेय अपने माता-पिता को दिया जिन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया।
🌟 लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा
आज शीतल की कहानी साबित करती है कि सही लक्ष्य, मेहनत और धैर्य से कोई भी ऊँचाई हासिल की जा सकती है। छोटे गांव की यह बेटी अब प्रशासनिक सेवा में देश और समाज की सेवा करेगी।




